देश में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है l कोरोना से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से कई कदम उठाए गए हैं. समय-समय पर डॉक्टरों, अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ देश के शीर्ष नेता भी हालात को लेकर चर्चा करते हैं. इसी कड़ी में सोमवार को पीएम मोदी ने देश के विभिन्न डॉक्टरों से कोरोना संकट के दौरान मिली सीख और इस स्थिति से निपटने को लेकर सुझावों पर चर्चा की l
इस दौरान पीएम मोदी ने डॉक्टरों को दूसरी लहर के दौरान चुनौती भरे हालात का डटकर मुकाबला करने के लिए धन्यवाद किया l उन्होंने कहा कि पूरा देश स्वास्थ्यकर्मियों का कर्जदार रहेगा l पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वैक्सीनेशन अभियान में फ्रंटलाइन वर्कर्स के अहम योगदान से काफी मदद मिली है l
पीएम मोदी ने कहा कि घर पर इलाजरत मरीजों का ध्यान एसओपी के मद्देनजर किया जाना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि चाहे टेस्टिंग की बात हो या फिर दवाओं की सप्लाई की या रिकॉर्ड समय में नया इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की है. यह सभी काम काफी तेजी से हुए हैं l ऑक्सीजन उत्पादन और सप्लाई को लेकर कुछ चुनौतियों से पार पाया गया है l मानव संसाधन के लिए देश की तरफ से उठाए गए कदम जैसे कि एमबीबीएस स्टूडेंट्स को कोविड इलाज में शामिल करना और आशा बहुओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के ग्रामीण क्षेत्र में और सक्रिय होने से देश के हेल्थ सिस्टम को अतिरिक्त सहायता मिली है. इस बैठक में सदस्य (स्वास्थ्य) नीति आयोग, स्वास्थ्य सचिव, फार्मास्युटिकल सचिव और पीएमओ, केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों के अन्य अधिकारी शामिल हुए l
बता दें कि भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है लेकिन कोविड मरीजों के मरने वालों की संख्या अभी गिरावट नहीं आई है l देश में बीते 24 घंटे में 3 लाख से कम नए कोरोना केस सामने आए हैं जबकि कोविड महामारी की चपेट में आए 4100 से अधिक मरीजों ने दम तोड़ा है l
Source : “आज तक”