- लखीमपुर में सिर्फ टिकैत को मिलेगी एंट्री; पर अखिलेश, छत्तीसगढ़ के CM बघेल जाने को हैं तैयार
- मंत्री अजय मिश्र के बेटे की आई सफाई, बोले- मैं तो था ही नहीं, सतीश मिश्रा ने दौरा कैंसिल किया
04-अक्टूबर-2021 | लखीमपुर खीरी में 8 लोगों की मौत के बाद यूपी में राजनीतिक गहमागहमी बढ़ गई है। रविवार देर रात प्रियंका गांधी लखनऊ पहुंची। यहां से किसानों से मिलने वह सीधे लखीमपुर रवाना हुईं, लेकिन पुलिस ने रोक लिया। धक्का-मुक्की के बीच प्रियंका पैदल ही आगे बढ़ गईं। इस दौरान उन्होंने करीब 700 मीटर की दूरी पैदल ही तय की। हालांकि कुछ दूर बाद वह दोबारा कार से प्रोटोकॉल तोड़ते हुए आगे बढ़ गईं। इससे पहले देर रात सीएम योगी आदित्यानाथ ने हाई लेवल मीटिंग की। इसमें फैसला लिया कि यदि विपक्षी नेता लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया जाएगा। इसके बाद तमाम बड़े नेताओं के घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। हालांकि, किसान नेता राकेश टिकैत को जाने की छूट दी गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा महासचिव सतीश मिश्रा, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आदि ने भी लखीमपुर जाने का ऐलान किया है।
- पूरे लखीमपुर खीरी जिले में धारा 144 लागू की गई। राजनीतिक दलों के नेताओं के प्रवेश पर रोक लगाई गई।
- बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने लखीमपुर दौरा कैंसिल कर दिया है। पुलिस ने उन्हें जाने की अनुमति नहीं दी थी।
- तनाव के चलते अतिरिक्त फोर्स भी तैनात की गई। कई बड़े अफसर लखीमपुर कैंप करने पहुंचे।
- प्रियंका को रोकने के लिए सीतापुर पुलिस अलर्ट। खैराबाद टोल पर डीएम, एसपी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर मौजूद।
- प्रियंका गांधी सीतापुर के सिधौली पहुंच गई हैं। यहां उनके काफिले को पुलिस ने दोबारा रोकने की कोशिश की है।
- कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने रोड पर ट्रक खड़ा कर दिया। मीडिया की गाड़ियों को भी पुलिस ने रोका है।
- राकेश टिकैत का काफिला शाहजहांपुर जिले में खुटार पहुंच गया है। यहां से लखीमपुर खीरी की दूरी 60 किलोमीटर है।
किसानों को कुचला जा रहा है- प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि जिस तरह से किसानों को कुचला जा रहा है। कई महीनों से किसान आवाज उठा रहा है कि उसके साथ गलत हो रहा है। लेकिन सरकार सुनने को राजी नहीं है। आज जो हुआ इससे साबित होता है कि ये सरकार किसानों को कुचलने व खत्म करने के लिए राजनीति कर रही है। यह देश किसानों का देश है, ये भाजपा की विचारधारा का देश नहीं है, इसे किसानों ने बनाया है। प्रियंका ने आगे कहा कि जब बल प्रयोग करना पड़ता है, तो इसका मतलब है कि नैतिक आधार सरकार और पुलिस खो चुकी है। मैं अपने घर से निकलकर कोई अपराध करने नहीं जा रही हूं। मैं सिर्फ उन पीड़ितों के परिवारों से मिलने जा रही हूं, उनके आंसू पोछने जा रही हूं। आपके पास वारंट होना चाहिए । किस लिए मुझे रोका जा रहा है। मैं जब सीओ को बुला रही हूं
किसी के बहकावे में न आएं, घरों में रहें- योगी
लखीमपुर में हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए कहा कि सरकार मामले की तह तक जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में रहें और किसी के बहकावे में न आएं। इस बीच, वेस्ट यूपी के 27 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। लखनऊ में बैठे आला अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सभी जिलों के डीएम, एसएसपी को सुरक्षा संबंधी विशेष निर्देश दिए गए हैं।
टिकैत लखीमपुर के लिए रवाना
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत गाजियाबाद से लखीमपुर के लिए रवाना हो गए। बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा भी लखीमपुर खीरी जाने वाले हैं, लेकिन पुलिस उनके घर के बाहर तैनात है। पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी भी अपनी पार्टी का एक दल भेजेंगी।
किसानों पर रखी जा रही नजर
लखीमपुर की घटना के बाद वेस्ट यूपी के किसानों पर नजर रखी जा रही है। जहां-जहां किसानों का धरना-प्रदर्शन चल रहा है, वहां लोकल इंटेलिजेंस यूनिट यानी LIU और पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। भारतीय किसान यूनियन, संयुक्त किसान मोर्चा और दूसरे किसान संगठन के लोगों पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
6 मंडलों में फुल अलर्ट
मंडल के मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बागपत और बुलंदशहर में अलर्ट किया गया है। सहारनपुर मंडल के सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर में पुलिस प्रशासन को विशेष सावधानी के निर्देश दिए गए हैं। पीलीभीत, बरेली, बदायूं, आगरा, मथुरा, मुरादाबाद, अमरोहा, नोएडा, बुलंदशहर, मेरठ, हापुड़, अलीगढ़, हाथरस, मुजफ्फरनगर, रामपुर, शाहजहांपुर, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, बिजनौर, फर्रुखाबाद, इटावा, और औरैया में भी सुरक्षा प्रबंध सख्त कर दिए गए हैं।
हाईवे पर पैनी नजर, फोर्स रिजर्व की गई
लखीमपुर में किसान जहां सड़कों पर उतर आए हैं। ऐसे में वेस्ट यूपी के जिलों में किसान अलग-अलग हाईवे पर उतर कर प्रदर्शन कर सकते हैं। कोई अप्रिय घटना न हो, इसलिए पैनी नजर रखी जा रही है। यूपी पुलिस के अलावा, पीएसी व आरएएफ को भी रिजर्व में रखा गया है।
वेस्ट यूपी में चल रहा है किसानों का धरना
3 नए कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर बार्डर, सिंघु बार्डर, टीकरी बॉर्डर, दिल्ली के बाहर सारी सीमाओं पर किसानों का धरना चल रहा है। मेरठ में कमिश्नरी और सिवाया टोल पर किसान धरने पर बैठे हैं। गाजियाबाद के मंडोला में किसानों का धरना चल रहा है। रूहाना टोल, जेवर टोल पर भी किसानों का धरना चल रहा है। गाजियाबाद में सिंघु बॉर्डर पर खुद गाजियाबाद के डीएम राकेश कुमार सिंह और एसएसपी पवन कुमार पहुंच चुके हैं।
Source:-दैनिक भास्कर