दिनांक;-3-01-2022 राजधानी में व्हाइट हाउस के नाम से मशहूर नगर निगम मुख्यालय के गार्डन में नए साल में चौपाटी शुरु हो जाएगी। यहां फूड कोर्ट में 14 दुकानें बनाई जा रही हैं, जो अपने पिरामिडनुमा डिजाइन के कारण चर्चा में हैं। इस फूड कोर्ट के संचालन के लिए एक प्राइवेट एजेंसी से नगर निगम ने एग्रीमेंट किया है। अगर यह प्रयोग सफल हो जाता है, तो निगम इस माॅडल से बड़े बगीचों में भी फूट कोर्ट बनवाएगा।
निगम ने गार्डन के रखरखाव और चौपाटी के संचालन के लिए एजेंसी के साथ साल में 6 लाख रुपए देने का एग्रीमेंट किया है। हर साल संचालन राशि में बढ़ोतरी की जाएगी। इसमें निर्माण और संचालन की शर्त के तहत 14 दुकानें बनाई जा रही हैं। दरअसल, नगर निगम रायपुर और स्मार्ट सिटी शहर में बाग-बगीचों के लिए रीडेवलपमेंट के नए प्लान पर काम कर रहा है, जिसमें अलग-अलग थीम पर नई सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। निर्माण एजेंसी थीम आधारित सुविधाएं डेवलप करेंगी, जिसकी एवज में उन्हें निगम को राशि का भुगतान करने के साथ पार्क का पूरा रखरखाव भी करना होगा। निगम को इसके जरिए अतिरिक्त आय भी होगी।
इस साल 30 गार्डन को संवारेंगे
नए साल में शहर के 30 से ज्यादा पार्कों को संवारने का एक बड़े प्लान पर भी काम शुरु होने वाला है। इसमें ऐसे पार्क जहां दीवारें जर्जर हो रही है, उनको रीडेवलप कर नया लुक दिया जाएगा। वहीं लोगों की अधिक आवाजाही वाले पुराने शहर के बगीचों में फूड कोर्ट और बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले फव्वारे आदि भी लगाए जाएंगे। स्मार्ट सिटी रायपुर ने नगर निगम के साथ कोरोना की शुरूआत के पहले बगीचों का फिजिकल ऑडिट करवाया था। जिसके तहत 30 से ज्यादा पार्कों की सूची बनाई गई है। इसमें नगर निगम के पार्क में सबसे पहले चौपाटी शुरु होने जा रही है।
एक किनारे सात-सात दुकानें
निगम मुख्यालय के सामने गार्डन में इन दिनों पिरामिड नुमा फूड कोर्ट की दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। दुकानों को पाथ वे से सटे दोनों किनारों पर बनाया जा रहा है। पाथ वे का आकार कम नहीं किया जा रहा है क्योंकि सुबह शाम इस पार्क में सैर के लिए आसपास के रहवासी बड़ी संख्या में आते हैं। वहीं नगर निगम में दिनभर कामकाज के सिलसिले में काफी सारे लोग आते हैं, जो इस पार्क में आराम के लिए बैठते हैं। पार्क में फूड कोर्ट के साथ दूसरी नई सुविधाएं भी दी जा रही है, जिसमें लाइट वाली रीडिंग बैंच भी यहां रखी गई है। स्ट्रीट वेंडरों के लिहाज से भी ये दुकानें रोजगार का नया जरिया बनेगी। दोनों किनारों पर सात-सात फूड स्टॉल रहेंगे।
Source;-दैनिक भास्कर