4 अगस्त 2022 छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के आंबगढ़ चौकी विकासखंड से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां अचानक बड़ी संख्या में दुर्लभ पक्षियों की मौत की खबर है. जानकारी के मुताबिक पक्षियों की मौत खेत में जहरीला पानी पीने से हुई है. मामले की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग ने टीमों को जांच के लिए मौके पर भेज दिया है. मामला राजनांदगांव जिले के अंबागढ़ चौकी विकासखंड के ग्राम पंचायत रंगकठेरा के आश्रित ग्राम जरहाटोल का बताया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि खेत में जहरीले पानी पीने के बाद बड़ी संख्या में दुर्लभ पक्षी, मिट्ठू, गौरैया, कौवों की दर्दनाक मौत हुई है.
बताया जा रहा है कि रंगकठेरा ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम जरहाटोला में एक किसान के खेत में जहरीले पदार्थ का अत्यधिक छिड़काव कर दिया गया था. जिससे प्यासी पक्षी मिट्ठू, कौवा, गौरैया आदि दुर्लभ पक्षियों ने खेत का जहरीला पानी पी लिया. इसके बाद पक्षियों की मौत हो गई. इस मामले में गांव की तरफ से फॉरेस्ट अमले को खबर मिलने पर अंबागढ़ चौकी फॉरेस्ट रेंजर अफसर तथा आला अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची. पड़ताल में पता चला है कि किसान के खेत में बेहद ही जहरीली दवा का छिड़काव किया गया था जो मानक दर से अधिक था.
इसके बाद खेत में पानी भर गया. जिन भी पक्षियों ने उस पानी को पिया उसकी मौत हो गई. इस संबन्ध में प्रशिक्षु आइएफएस चंद्रशेखर शंकर सिंह परदेशी ने बताया कि- किसान ने खेत में धान के साथ प्रतिबंधित दवाई मिलाकर छिड़काव कर दिया गया था उन धान के बीजों का सेवन करने से पंछियों की मौत हो गई. इसकी जानकारी मिलते ही हमने वहां पहुंचकर मुआयना किया. बताया जा रहा है कि करीब 52 पक्षी मरे हैं.
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम
वहीं जानकारी मिलने के बाद वन विभाग की टीमें सतर्क हो गईं है. साथ ही अंबागढ़ चौकी फॉरेस्ट रेंजर अफसरों ने मौके पर टीमें भेजी हैं. साथ ही जानकारी मिलने के बाद कुछ अधिकारी मौके पर मुआइयना करने पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि किसान द्वारा प्रतिबंधित दवाई का छिड़काव खेत में किया गया था. साथ ही खेत में धान की बुआई भी हो चुकी थी. दवाई पानी के साथ मिलकर जहर बन गई. इसी दौरान जिन पक्षियों ने इस पानी को पिया या फिर धान के कण खाए तो उनकी मौत हो गई. अब पूरे मामले की जांच की जा रही है.
Source;-“न्यूज़ 18 हिंदी”