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वृद्धा को भाई की गोद में देख कलेक्टर ने आधे घंटे में कर दिया प्रकरण निराकृत

ByPrompt Times

Oct 16, 2020
वृद्धा को भाई की गोद में देख कलेक्टर ने आधे घंटे में कर दिया प्रकरण निराकृत

जबलपुर। चलने फिरने में असमर्थ वृद्धा को गोद में लिए बुजुर्ग व्यक्ति कलेक्ट्रेट में मंगलवार की दोपहर दाखिल हुआ। बुजुर्ग ने कर्मचारियों से कलेक्टर कोर्ट के कमरा नंबर 3 की जानकारी मांगी। इसी बीच कलेक्टर कर्मवीर शर्मा सभाकक्ष से नीचे उतरे तो उनके सामने वृद्धा को व्हील चेयर में बैठाया जा रहा था। कलेक्टर ने मामला समझा और मौके पर ही पूरे प्रकरण की फाइल बुला ली। आधे घंटे के भीतर दो भाइयों और उनकी वृद्ध बहन के बीच सुलह कराने के बाद आदेश जारी कर दिया गया। मामला पैतृक संपत्ति का था, जिसमें एक भाई ने अपनी वृद्ध बहन से पूर्व में संपत्ति हासिल करने कलेक्टर कोर्ट में अपील कर दी थी। जबकि मामले में एसडीएम द्वारा आदेश वृद्धा के पक्ष में दिया जा चुका था।

यह है मामलाः

बरेला स्थित पैतृक संपत्ति दो भाइयों और उनकी एक वृद्ध बहन को मिलनी थी। पिता सभी के लिए संपत्ति देने की बात कह चुके थे। लेकिन पुत्री छोटी बाई के हिस्से में आने वाली आधा एकड़ की प्रापर्टी को पहले दोनों भाइयों ने आधा-आधा अपने हिस्से में ले लिया। कुछ साल पहले छोटी बाई को लकवा लग गया। उसके बाद बहन की देखभाल भाई रामकृष्ण द्वारा की जाने लगी। लेकिन दूसरा भाई अपनी बहन की प्रापर्टी को देना नहीं चाहता था। एसडीएम जबलपुर के पास मामला पहुंचा। माता-पिता भरण पोषण एक्ट के तहत छोटी बाई को उनकी संपत्ति वापस करने और उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी भाइयों को सौंपी गई। लेकिन दूसरे भाई गणेश उपमन्यु ने कलेक्टर कोर्ट में अपील दायर कर दी। इसी अपील की पेशी में जब दोनों पक्ष पहुंचे तो कलेक्टर के निर्देश पर सुलह करने की बात मान ली। चूंकि बहन की प्रापर्टी उनके नाम हो चुकी थी और वह अब बेची भी जा चुकी है। इसलिए दोनों भाइयों को अब किसी तरह का विवाद नहीं रखना था। आधे घंटे के भीतर कलेक्टर कोर्ट ने सहमति का आदेश जारी कर प्रकरण समाप्त कर दिया।

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