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अफगानी प्याज के उत्तर भारत की मंडियों में उतरने से पहले ही प्याज के दाम में आई नरमी

ByPrompt Times

Oct 7, 2020
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अफगानी प्याज के उत्तर भारत की मंडियों में उतरने से पहले देश की राजधानी दिल्ली में प्याज के दाम में नरमी आ गई है। दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में सोमवार को प्याज के थोक भाव में दो से तीन रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई।

अमृतसर के प्याज कारोबारी गौरव ने बताया कि अफगानिस्तान से चली प्याज की बोर्डर पर आ चुकी है, लेकिन मंडियों में अफगानी प्याज के उतरने में अभी दो दिन और लगेंगे।

आजादपुर मंडी के कारोबारी बताते हैं कि मंडी में प्याज की आवक में सुधार हुआ है और मौजूदा भाव पर जितनी मांग है, उतनी आपूर्ति होने लगी है।

कारोबारियों की मानें तो अफगानी प्याज आने के साथ-साथ घरेलू आवक भी आने वाले दिनों में बढ़ने के आसार हैं, क्योंकि राजस्थान में प्याज की नई फसल उतर गई है जिससे कीमतों में और गिरावट आ सकती है।

आजादपुर कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) की रेट लिस्ट के अनुसार, शनिवार को मंडी प्याज का थोक भाव 12.50 रुपये प्रति किलो से 40 रुपये प्रति किलो था जो सोमवार को घटकर 12.50 रुपये से लेकर 37.50 रुपये प्रति किलो पर आ गया।

हालांकि दिल्ली-एनसीआर में प्याज के खुदरा भाव में कोई फर्क नहीं पड़ा है। अभी भी उपभोक्ताओं को 40 से 50 रुपये किलो प्याज खरीदना पड़ रहा है।

महाराष्ट्र की प्रमुख प्याज मंडी लासल गांव में सोमवार को प्याज का थोक भाव 800 रुपये से 3921 रुपये प्रतिक्विंटल था।

आजादपुर मंडी पोटैटो ऑनियन मर्चेंट एसोसिएशन यानी पोमा के जनरल सेक्रेटरी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि राजस्थान की अलवर मंडी में प्याज की नई फसल उतर गई है और दिल्ली में भी आने वाले दिनों में नई फसल कील आवक बढ़ने वाली है।

उन्होंने बताया कि इस समय दिल्ली में राजस्थान, कर्नाटक और महाराष्ट्र के अलावा गुजरात से भी प्याज की आवक हो रही है और मौजूदा भाव पर जितनी मांग है, उसके अनुरूप आपूर्ति होने लगी है, इसलिए कीमतों में तेजी पर ब्रेक लग गया है।

आजादपुर एपीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, मंडी में रविवार को प्याज की आवक 1,083.5 टन थी और सोमवार को भी आवक 285.2 टन दर्ज की गई।

शर्मा ने कहा कि अफगानी प्याज दिल्ली की मंडियों में उतरने में अभी देर है, लेकिन उससे पहले घरेलू आवक बढ़ने लगी है, जो खुशी की बात है।

कारोबारी बताते हैं कि अफगानी प्याज की मांग उसकी क्वालिटी पर निर्भर करेगी। अमृतसर के कारोबारी गौरव ने कहा कि अफगानिस्तान से आने वाले प्याज की क्वालिटी के साथ-साथ, आयात का खर्च को भी जोड़कर देखा जाएगा कि मौजूदा भाव पर मंगाने में फायदा है या नहीं।

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