- साल 1932 में अविभाजित भारत में जन्में मिल्खा सिंह की कहानी जीवट और दृढ़-संकल्प की कहानी है.
19-जून-2021 | ऐसा शख़्स जो विभाजन के दंगों में बाल-बाल बचा, जिसके परिवार के कई सदस्य उसकी आंखों के सामने क़त्ल कर दिए गए, जो ट्रेन में बेटिकट सफ़र करते पकड़ा गया और जेल की सज़ा सुनाई गई और जिसने एक गिलास दूध के लिए सेना की दौड़ में हिस्सा लिया और जो बाद में भारत का सबसे महान एथलीट बना. 91 साल के मिल्खा सिंह का निधन 18 जून,2021 को चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर में कोविड संक्रमण से ठीक होने के बाद की मुश्किलों के चलते हो गया. वे भारत के सबसे मशहूर एथलीट रहे हैं. 1960 के रोम ओलंपिक में विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के बावजूद मिल्खा सिंह भारत के लिए पदक नहीं जीत पाए और उन्हें चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा.