दक्षिण कोरियाई सांसद ने दावा किया है कि उत्तर कोरिया (North Korea) 2 नई पनडुब्बियां बना रहा है, इसमें से एक तो बैलिस्टिक मिसाइल दागने में सक्षम है. यह दावा मंगलवार को उन्होंने राष्ट्रीय खुफिया सेवा के साथ बंद दरवाजे के पीछे हुई ब्रीफिंग के बाद किया.
उत्तर कोरिया के पास पनडुब्बियों का एक बड़ा बेड़ा है, लेकिन केवल एक ऐसी प्रायोगिक पनडुब्बी के बारे में जानकारी मिली थी, जो बैलिस्टिक मिसाइल ले जाने में सक्षम है. लेकिन अब जो पनडुब्बी बनाई है, वो इसे लॉन्च भी कर सकती है.
पार्लियामेंट की इंटेलीजेंस कमेटी में विपक्षी पार्टी के सांसद हा-टे-कुंग ने कहा, ‘उत्तर कोरिया जिन पनडुब्बियों (Submarines) का निर्माण कर रहा है, उनमें से एक सबमरीन-लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) को ले जा सकती है. एक पनडुब्बी मोडिफाइड रोमियो क्लास है और दूसरी एक नए मध्यम-बड़े आकार की है.’
बता दें कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर 2006 से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंधों के अधीन रहा है.
अमेरिका भी नहीं रोक पाया
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 2018 के बाद से 3 बार मिल चुके हैं, लेकिन वे भी प्योंगयेंग को परमाण हथियार विकसित करने को रोक नहीं पाए.
जुलाई 2019 में स्टेट मीडिया ने किम को एक बड़ी, नवनिर्मित पनडुब्बी का निरीक्षण करते हुए दिखाया था. हालांकि उत्तर कोरिया ने पनडुब्बी द्वारा संचालित हो सकने वाले हथियारों के बारे में नहीं बताया था. विश्लेषकों ने कहा था कि पोत के आकार से संकेत मिलता है कि यह मिसाइलों को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया था. बाद में उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने समुद्र से एक नए SLBM का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था. पिछले महीने उसने प्योंगयेंग में एक सैन्य परेड के दौरान एक नए SLBM डिजाइन का प्रदर्शन किया था.
इसके अलावा इस साल नए रणनीतिक हथियारों को लॉन्च करने की किम की कसम ने भी इन अटकलों को आधार दिया कि उत्तर कोरिया जल्द ही एक ऑपरेशनल बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी तैनात कर सकता है.
परेड के जरिए दिखाई थी ताकत
योनहाप समाचार एजेंसी ने कहा कि 2 साल में पहली बार उत्तर कोरिया ने 10 अक्टूबर को आयोजित हुए एक सैन्य परेड में 9 अलग-अलग प्रकार की 76 मिसाइलों का प्रदर्शन किया था. इसमें देश के ऐसे हथियार भी प्रदर्शित किए गए जो लंबी दूरी के लिए इस्तेमाल होते हैं.
बीमारी की खबर भी झूठी?
पिछले कुछ महीनों में किम के स्वास्थ्य को लेकर भी जमकर अटकलें लगीं. इन अटकलों के महीनों बाद दक्षिण कोरिया (South Korea) के जासूसों ने कहा है कि इस यंग लीडर को कोई स्वास्थ्य समस्याएं थीं, इसके कोई संकेत नहीं थे.
सांसद ने तो यह भी कहा कि कुछ साक्ष्य बताते हैं कि किम ने उन उत्तर कोरियाई सैनिकों की जांच का आदेश दिया था जिन्होंने दक्षिण कोरियाई फिशरीज ऑफिसर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह ऑफिसर सितंबर के अंत में लापता हो गया था.
उत्तर कोरिया ने पिछले हफ्ते कहा था कि अधिकारी को गोली मारने की वह घटना आत्मरक्षा की दिशा में उठाया गया कदम था.
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