मोतिहारी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को गोपालगंज दौरे के क्रम में अचानक केसरिया पहुंच गए। हालांकि, इस दौरान वे कहीं रुके नहीं। दरअसल, उनका काफिला गोपालगंज की तरफ से अचानक सत्तरघाट पुल होते हुए केसरिया बौद्ध स्तूप के पास से आकर फिर गोपालगंज की ओर लौट गया।
जानकारों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सत्तरघाट पुल पर केसरिया की तरफ पहुंच पथ का जायजा लिया। वे बौद्ध स्तूप का भी निरीक्षण करनेवाले थे, मगर इसका मुख्य द्वार बंद रहने के कारण मुख्यमंत्री का काफिला रुका नहीं और पुन: गोपालगंज की ओर लौट गया। इसके बाद पुल पर पहुंच उपस्थित अधिकारियों से पुल, गाइड बांध व इसकी मरम्मत कार्य की जानकारी ली। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री के साथ मध निषेध मंत्री जनक राम, गोपालगंज के सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन के अलावा कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री का बौद्ध स्तूप के समीप काफिला पहुंचते देख कर्मी मुख्य द्वार खोलने के लिए गया परंतु मुख्य द्वार खुलने से पूर्व हीं उनका काफिला सत्तरघाट की ओर मुड़ गया। बौद्ध स्तूप के स्थानीय गाइड सहेंद्र यादव व पुरातत्व विभाग के अजय कुमार ने बताया कि उन्हें इस कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं थी। बताया कि सुरक्षा को लेकर मुख्य द्वार बंद रहता है। अगर मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम की जानकारी होती तो मुख्य द्वार को खोल कर रखा जाता। इधर, मुख्यमंत्री के अचानक दौरे से लोग अचंभित हैं। कयास लगाया जा रहा है कि इस दौरे के क्रम में मुख्यमंत्री ने रामजानकी पथ व पुल के अप्रोच पथ के अलावा बौद्ध स्तूप के समीप बने कैफेटेरिया के अप्रोच पथ की जानकारी ली।
जिले के आलाधिकारी रहे मौजूद
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर प्रभारी जिलाधिकारी कमलेश कुमार सिंह, एडीएम शशिशेखर चौधरी, डीटीओ अनुराग कौशल सिंह, एएसपी शैशव यादव, चकिया एसडीओ बृजेश कुमार, डीसीएलआर शंकर शरण, केसरिया सीओ प्रवीण सिन्हा, बीडीओ आभा कुमारी, कल्याणपुर के सीओ अश्विनी कुमार के अलावा थानाध्यक्ष विनय कुमार सक्रिय रहे। अधिकारी पुल से लेकर बौद्ध स्तूप मार्ग तक भ्रमणशील दिखे। वहीं सतरघाट पुल के चम्पारण सीमा पर भी अधिकारियों की टीम मौजूद रही। वहीं जिला से आयी मेडिकल टीम के साथ केसरिया पीएचसी के डॉ दशरथ ठाकुर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी मुस्तैद दिखे।
विधायक शालिनी मिश्रा ने विस में उठाया था बौद्ध स्तूप के विकास का मुद्दा
गंडक नदी के सारण तटबंध का निरीक्षण करने के उपरांत सीएम नीतीश कुमार का काफिला अचानक केसरिया पहुंचा। सीएम ने सड़क से ही विश्व प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप का दर्शन किया। मालूम हो कि स्थानीय विधायक शालिनी मिश्रा ने विधानसभा के बजट सत्र में बौद्ध स्तूप के विकास और सौन्दर्यीकरण का मुद्दा जोरशोर से उठाया था। हाल ही में मुख्यमंत्री आवास में आयोजित बैठक के दौरान भी सीएम श्री कुमार से मिलकर स्तूप की समस्याओं से संबंधित एक पत्र भी उन्हें सौंपा था। मुख्यमंत्री श्री कुमार के अचानक केसरिया आगमन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विधायक ने कहा कि उनकी मेहनत अब रंग ला रही है। अब वह दिन दूर नहीं जब केसरिया का विश्व प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप पूर्णरूपेण विकसित और पर्यटकीय ²ष्टिकोण से समृद्ध होगा।