भरनो (गुमला) :- बुलंद हौसला और दृढ़इच्छा शक्ति हो तो इंसान अपने बड़े से बड़े सपनों को साकार कर सकता है,यही इच्छा शक्ति बचपन से खेल में रुचि रखने वाली भरनो प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव लोंडरा की एक गरीब आदिवासी परिवार की बेटी सुमति उरांव है जिसका चयन 2022 में होने वाले एएफसी महिला एशियन कप के लिए गोवा में 16 जनवरी से 14 फरवरी तक होने वाले कैंप के लिए चयन किया गया है। भारतीय महिला फुटबाल सीनियर टीम के लिए सुमति का चयन गुमला जिला के लिए गौरव है। फुटबाल खिलाड़ी सुमति उरांव के पिता फिरु उरांव ने बताया कि उन्हें बहुत गर्व है की उनकी बेटी खेल की दुनिया में इतनी ऊंची मुकाम हासिल की है। उसकी बेटी देश के लिए फुटबाल खेलेगी। बहुत गरीबी में अपने बच्चों को पढ़ाने लिखाने का काम किया है। सुमति की पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई, वह बचपन से ही खेलकूद में भी हिस्सा लेती थी। फिरु कहता है वह बाजार हाट में सूखा मछली बेचकर अपनी बच्ची सुमति को पढ़ाया है। सुमति की सफलता पर लोंडरा स्कूल के शिक्षक भी गर्व महसूस कर रहे हैं।
फुटबाल खिलाड़ी सुमति कुमारी से दूरभाष पर दैनिक जागरण के प्रतिनिधि प्रेम कुमार सिंह को बताया कि लोण्डरा विद्यालय के बाद वह करौंदाजोर स्थित छाता पहाड़ स्कूल में आगे की पढ़ाई की। गुमला संत पात्रिक विद्यालय के फादर रामू वीसेंट मिज ने उनके प्रतिभा की पहचान कर अपने विद्यालय में नामांकन कराया और वहीं अभ्यास जारी रखी। पढ़ाई के साथ विद्यालय में फुटबाल खेलते हुए जिला टीम में शामिल हुई। वर्ष 2017 ओडिशा नेशनल टीम के लिए चयन हुई।
2019 में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में भारत और बांग्लादेश के बीच भूटान में खेली। 2019 में ही उसका चयन अंडर 17 भारतीय फुटबाल टीम के लिए हुआ और अभी सीनियर महिला फुटबॉल इंडिया टीम के लिए चयनित हुई है। सुमति ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षक और कोच को दी है।