मधुबनी। कोरोना संक्रमण की शुरुआत के साथ ही खाद्य पदार्थो की कीमत में उछाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिससे आम लोगों का घरेलु बजट नहीं संभल पा रहा है। इन दिनों दालों की बढती कीमत से आम लोग परेशान हैं। इन दिनों अरहर दाल की कीमतों में सबसे अधिक उछाल देखा जा रहा है। गरीब व मध्यम वर्ग की थाली से गायब हो रहा अरहर दाल :
शहर की गृहिणी रेखा देवी ने बताया कि अरहर दाल और खाद्य तेल की मूल्यवृद्धि से गरीब व मध्यम वर्ग लोगों की थाली से अरहर दाल गायब हो गया है। लोग महंगाई को लेकर अपने बजट में कटौती कर रहे हैं। एक किलो की जगह 500 ग्राम दाल लेते हैं। मंजू देवी ने बताया कि अरहर दाल की आदत घरेलू बजट को बिगाड़ दिया है। बच्चे अरहर की जगह अन्य दाल पसंद नहीं करते हैं। महंगाई के बाद भी बच्चों के लिए कम मात्रा में दाल की खरीदारी करते हैं। गृहिणी पूनम देवी ने बताया कि दाल के साथ-साथ चना, मटर की कीमत भी अब रुला रहा है। दाल और सब्जी का वैकल्पिक चना, मटर की खरीदारी भी काफी मुश्किल हो रहा है। शहर की रजनी झा ने बताया कि धनवानों के लिए कोई बात नहीं, लेकिन गरीबों के घर महंगाई परेशानी बढ़ा रहा है। हरी सब्जियां की कीमत भी कुछ कम नहीं है। इधर, शहर के एक किराना व्यवसायी प्रशांत कुमार ने बताया कि फिलहाल अरहर सहित विभिन्न दालों की कीमत में उछाल एक सीमा पर जाकर रुक गया है। हालांकि, एक माह पूर्व विभिन्न दालों की कीमत में मूल्य वृद्धि देखी गई थी। स्थानीय बाजार में इन दरों पर बिक्री हो रहा खाद्यान्न :
- अरहर दाल 90 से 110 रुपये प्रति किलो।
- चना दाल 68 से 70 रुपये प्रति किलो।
- मूंग दाल 110 से 120 रुपये प्रति किलो।
- मसूर दाल 72 से 78 रुपये प्रति किलो।
- उड़द दाल 100 से 110 रुपये प्रति किलो।
- चना 64 से 70 रुपये प्रति किलो।
- मटर 75 से 80 रुपये प्रति किलो।
- काबुली चना 80 से 90 रुपये प्रति किलो।
- खाद्य तेल 150 रुपये प्रति लीटर।