28-जुलाई-2021 | अमृतसर में बाउंसर जगरूप सिंह उर्फ जग्गा के कत्ल और सिंगर प्रेम ढिल्लों से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने वाले वांटेड गैंगस्टर दया सिंह उर्फ प्रीत सेखों अमृतसरिया और जर्मनजीत सिंह उर्फ निक्का खडूरिया को पुलिस ने अजनाला के चमियारी गांव से सोमवारा शाम गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की सूचना मिलने के बाद ऑर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओकू) की टीम अमृतसर पहुंची, जिसकी अध्यक्षता गैंगस्टर विक्की गौंडर का एनकाउंटर करने वाले डीएसपी विक्रमजीत सिंह बराड़ ने की। वहीं रूरल पुलिस की तरफ से डीएसपी गुरिंदरपाल सिंह नागरा गांव चमियारी में मौजूद थे।
आरोपियों को पकड़ने के लिए पहुंची टीम शाम पांच बजे के करीब अजनाला के चमियारी गांव में पहुंच चुकी थी। जिस घर में प्रीत व उसका साथी निक्का साथी छिपा था, वे उनके साथी कमालपुर निवासी गुरलाल के ससुराल थे। उनके कहने पर ही दोनों आरोपियों को उस घर में शरण मिली हुई थी। अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार गांव से ही दोनों आरोपियों के छिपने की जानकारी ओकू तक पहुंची थी। पिछले एक सप्ताह से पुलिस इलाके की रेकी में जुटी हुई थी। पुलिस ने पुख्ता सूचना के बाद ही इस पूरी रेड को अंजाम दिया। ओकू की टीम की अध्यक्षता डीएसपी बराड़ और रूरल पुलिस की टीम की अध्यक्षता डीएसपी नागरा ने की थी।
एनकाउंटर की आशंका के बाद डाली पोस्ट
ओकू और रूरल पुलिस की टीम के इस जॉइंट ऑपरेशन में 200 के करीब पुलिस वालों ने पूरे गांव को घेरा डाला हुआ था। गौंडर का एनकाउंटर करने वाले डीएसपी बराड़ को देखकर ही प्रीत को एनकाउंटर का शक हो गया था। अपने आप को घिरा देख प्रीत ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। प्रीत को आशंका थी कि कहीं पुलिस उसका एनकाउंटर ना कर दे। जिसके बाद प्रीत ने अपनी और निक्का दोनों की उसी घर में क्लिक की गई तस्वीर को फेसबुक पर पोस्ट कर दिया और संदेश लिखा कि मैं पुलिस से घिर चुका हूं और इस पोस्ट को अधिक से अधिक वायरल कर दें।
फायरिंग के बाद सरेंडर
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने भी स्पष्ट किया कि आरोपियों ने पहले पुलिस पर फायरिंग शुरु कर थी, लेकिन खुद को घिरा देख आरोपियों ने सरेंडर कर दिया। जानकारी के अनुसार पूरा इलाका रेजिडेंशियल होने के कारण पुलिस भी अधिक फायरिंग नहीं करना चाहती थी। वहीं आरोपियों को भी स्पष्ट हो गया था कि पुलिस के घेरे को तोड़ना आसान नहीं है। जिसके बाद आरोपी सरेंडर करने के लिए राजी हो गए।
गुरुद्वारा में एनाउंसमेंट के बाद निकले आरोपी
इस ऑपरेशन में ओकू के डीएसपी विक्रम बराड़ बार-बार प्रीत को बेटा बुलाकर सरेंडर करने के लिए कहते रहे, लेकिन प्रीत ने पुलिस को गुरुद्वारा के लाउड स्पीकर पर एनाउसमेंट करने को कहा। ताकि सभी को पता चल जाए कि प्रीत अपने साथी के साथ सरेंडर कर रहा है और पुलिस उसका एनकाउंटर ना कर सके। डीएसपी बराड़ और डीएसपी नागरा ने एक साथ मिलकर प्रीत को सरेंडर करने के लिए राजी करवा दिया। दोनों आरोपियों ने पहले अपने हथियार बाहर फेंके और फिर खुद बाहर आकर सरेंडर किया।
गुरलाल को तरनतारन से किया अरेस्ट
पहले पुलिस सोच रही थी कि गैंगस्टर सेखों व निक्का के साथ गुरलाल भी अपने ससुराल परिवार के पास रुका हुआ है, लेकिन जब उनकी टीम ने ओकू की टीम के साथ अजनाला रेड की तो पता चला कि गुरलाल तरनतारन में है। जिसके बाद पुलिस टीम ने तरनतारन कमालपुरा का रुख किया और गुरलाल को गिरफ्तार कर लिया।
Source;-“दैनिक भास्कर”