भोपाल-.संबल योजना को लेकर शिवराज सरकार (Shivraj government) ने एक बड़ा ऐलान किया है. संबल योजना के ऐसे हितग्राही जो परिवार के मुखिया की मृत्यु होने के 90 दिन के भीतर उसकी सूचना पात्रता के लिए नहीं दे पाए हैं,उन्हें एक और मौका सूचना देने के लिए मिलेगा. मंगलवार को भोपाल (Bhopal) में हुए संबल योजना के कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये ऐलान किया है.
उन्होंने कहा है कि जो लोग 90 दिन के भीतर पात्रता के लिए सूचना नहीं दे पाए हैं उन्हें अब इसके लिए एक और मौका दिया जाएगा. इतना ही नहीं सरकार ने ऐलान किया है कि संबल योजना के आवेदन में गड़बड़ी सुधारने के लिए अब भोपाल नहीं आना होगा.इसके लिए जिलों के कलेक्टर को ही अधिकृत किया गया है. वह अपने आवेदन की किसी गलती को जिला स्तर पर ही सुधरवा सकते हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संबल योजना को बंद करने पर पूर्व की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि 15 महीने के दौरान कांग्रेस की सरकार में योजना बंद होने से हितग्राही इस योजना का फायदा लेने से महरूम रह गए. लेकिन अब बीजेपी की सरकार ऐसा नहीं होने देगी.
इतने हितग्राहियों को मिला लाभमिंटो हॉल में आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने संबल योजना में 10285 हितग्राहियों को 224.08 करोड़ रुपये की अनुग्रह सहायता राशि ट्रान्सफर की. इस दौरान उन्होंने कहा बच्चे के जन्म के पूर्व से मृत्यु के बाद तक संबल योजना गरीबों का संबल है. योजना में बच्चे के जन्म से पहले 4 हजार रुपये, जन्म के बाद 16 हजार रुपये, फिर पढ़ाई, राशन, मकान, इलाज और मृत्यु उपरांत अनुग्रह सहायता दी जाती है.पिछली सरकार ने योजना का गरीबों को लाभ देना बंद कर दिया था. हमारी सरकार ने योजना को दोबारा चालू किया है. प्रत्येक गरीब का योजना में पंजीयन कर लाभ दिलाया जा रहा है.
नये श्रमोदय विद्यालय खोले जाएंगे
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में मजदूरों के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए 4 श्रमोदय विद्यालय खोले गए हैं. कांग्रेस की सरकार में इन श्रमोदय विद्यालय का काम रोक दिया गया था लेकिन अब फिर से तेज किया जाएगा. उन्होंने कहा चार प्रमुख शहरों के अलावा भी प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए और श्रमोदय विद्यालय खोले जाएंगे. सीएम कार्यक्रम के दौरान योजना के हितग्राहियों से सीधी बात भी की.