डोरंडा के रविदास मोहल्ले के इंजीनियरिंग के छात्र अभिषेक रवि की ओड़िशा के भुवनेश्वर स्थित आइटीआर इंजीनियरिंग कॉलेज में सीढ़ी से गिरने से मौत हो गयी.
झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले अभिषेक रवि की 13 सितंबर को ओडिशा के इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन एंड रिसर्च (ITER ) में संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई. अभिषेक ने बीते 10 सितंबर को ही कॉलेज में एडमिशन लिया था. परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताई है.
झारखंड की राजधानी रांची के डोरंडा के रविदास मोहल्ला के रहने वाले अनूप चंद राम ने सपना देखा था कि उनका 19 साल का बेटा अभिषेक रवि, इंजीनियर बनकर परिवार और देश का नाम रोशन करेगा,. इसके लिए अभिषेक ने भी जी तोड़ मेहनत की और आखिरकार उसका एडमिशन ओडिशा के इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन एंड रिसर्च (ITER ) कॉलेज में एडमिशन हो गया, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसने परिवार को तोड़कर रख दिया.
10 सितंबर को अभिषेक रवि ने इंजीनियरिंग कॉलेज में एंट्री ली थी. 12 सितंबर को उसका जन्मदिन था, परिवार के लोग फोन करते रहे मैसेज करते रहे पर अभिषेक ने कोई जवाब नहीं दिया. परिवार के लोगों और अभिषेक के दोस्तों को लगा शायद वो पढ़ाई में व्यस्त रहा होगा इसलिए फोन नहीं उठाया. ठीक अगले ही दिन यानी 13 सितंबर को कॉलेज प्रबंधन ने अभिषेक के पिता अनूप चंद राम को फोन आया कि उनके बेटे के साथ एक दुर्घटना हो गई है.
प्रबंधन ने कहा सीढ़ियों से गिरा अभिषेक
कॉलेज प्रबंधन ने अभिषेक के पिता अनूप को बताया कि उनका बेटा अभिषेक सीढ़ियों से गिर गया है. जब तक परिवार के लोग वहां पहुंचते, उससे पहले ही अभिषेक की मौत होने की जानकारी उन तक आ गई. कॉलेज पहुंचे अभिषेक के पिता और बहनों ने वहां की स्थिति देखकर कॉलेज प्रबंधन और वहां के स्थानीय थाने को ये बताया कि यह कोई दुर्घटना या हादसा नहीं बल्कि अभिषेक की रैगिंग के नाम पर हत्या की गई है. परिजनों ने आरोप लगाया कि हत्या के मामले को कॉलेज प्रबंधन छिपाने के लिए दुर्घटना का रूप देने में लगा हुआ है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया ट्वीट
बता दें कि इस मामले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री से रांची के बेटे अभिषेक की ITER इंजीनियरिंग कॉलेज में संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई मौत की उच्च स्तरीय जांच करने का आग्रह किया है. वहीं इस मामले में दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने का भी आग्रह किया है. जानकारी के मुताबिक, अभिषेक रांची के डोरंडा के रविदास मोहल्ले के रहने वाले अनूप चंद्र राम और मंजू देवी के चार बच्चों में सबसे छोटा था. उसकी तीन बहने हैं. परिवार ने अपने एकमात्र बेटे को इंजीनियर बनने का सपना देखा था. इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लेने के महज तीन दिनों के अंदर ही सन्देहास्पद परिस्थितियों में बेटे अभिषेक की मौत से पूरा परिवार टूट गया है.
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
12 सितंबर 2005 को जन्में अभिषेक रवि ने रांची के बिशप स्कूल बहु बाजार से दसवीं की परीक्षा पास की थी, जबकि रांची के ही गुरु नानक स्कूल से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. इसके बाद इंजीनियरिंग की एंट्रेंस एग्जाम पास कर उसका दाखिला ओडिशा के इंस्टीट्यूट आफ टेक्निकल एजुकेशन एंड रिसर्च में कंप्यूटर साइंस में हुआ था. 10 सितंबर को पहले कॉलेज पहुंचा था और 13 सितंबर को उसकी सन्देहास्पद परिस्थितियों में मौत हो गई थी. परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि एक दलित का बेटा होने के कारण उसकी रैगिंग के नाम पर हत्या की गई है. कॉलेज प्रबंधन पूरे मामले में लीपा-पोती कर रहा है. उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी परिजनों को नहीं दी गई. पूरे मामले की सीबीआई से जांच करने का परिजनों ने आग्रह किया है.
SOURCE – (PROMPT TIMES)