• April 16, 2024 2:26 pm

पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में स्थिति खराब! हेल्थ डॉयरेक्टर समेत सैकड़ों डॉक्टर, नर्स और हेल्थ वर्कर संक्रमित, बेड्स को लेकर भी चिंता बढ़ी

6 जनवरी 2022 | West Bengal Corona cases: बंगाल में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमित होने वालों की संख्या 14 हजार से अधिक रही है. पिछले दिन यह संख्या 9000 के आसपास थी. बंगाल में लगातार कोरोना के मामले में इजाफा हो रहा है.

पश्चिम बंगाल (West Bengal Corona Update) में हेल्थ डॉयरेक्टर अजय चक्रवर्ती सहित राज्य के सैंकड़ों डॉक्टर, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से संक्रमित हो गये हैं. बंगाल स्वास्थ्य विभाग ही नहीं, बल्कि पश्चिम बंगाल मेडिकल कॉरपोरेशन के 87 लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं. कुल 135 लोगों में से 87 लोग कोरोना संक्रमित हो गये हैं. आंकड़ों से साफ है कि स्वास्थ्य भवन में कोरोना का ब्लास्ट हुआ है. इसके साथ ही राज्य के सभी लगभग सभी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की यही स्थिति है. स्थिति विकराल हो गई है. इसके साथ ही राज्य में कोरोना के मामले में जिस तरह से इजाफा हो रहा है. उससे हालांकि फिलहाल अस्पतालों में बेडों की संख्या नहीं है, लेकिन यदि इसी तरह से संक्रमण का आंकड़ा बढ़ता रहा, तो अगले सप्ताह चिकित्सा के साथ-साथ बेडों की समस्या भी बढ़ेगी

इस बार कोविड वारियर्स पर कोरोना की मार बढ़ती ही जा रही है. इसी क्रम में चित्तरंजन नेशनल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के 106 मेडिकल छात्र कोरोना से प्रभावित हुए हैं. यहां 200 से अधिक नर्स, स्वास्थ्यकर्मी, डॉक्टर्स कोविड से संक्रमित पाए गए हैं. कोलकाता के ही एनआरएस अस्पताल में भी 198 के करीब लोग कोविड पॉजिटिव मिले हैं. कोलकाता के नेशनल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में 182 कोरोना टेस्ट किए गए थे, इनमें से 107 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले से अस्पतालों में बेडों को लेकर चिंता बढ़ी

सर्विस डॉक्टर्स फोरम के कोषाध्यक्ष डॉ स्वपन विश्वास (Dr Swapan Biswas), जो खुद कोरोना से संक्रमित हो गए हैं, बताते हैं कि कोरोना के पहली लहर की तरह इस बार भी डॉक्टर्स, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी बहुत ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसका स्वास्थ्य सेवा पर प्रभाव पड़ा है. ऐसे में यह जरूरी है कि सरकार को कोरोना के मामलों पर ध्यान केंद्रित करे और नॉन जरूरी सेवाओं जैसे ऑपरेशन और सर्जरी आदि पर फिलहाल टाल दे. उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में बेडों की मांग बढ़ी है, लेकिन फिलहाल सरकारी अस्पतालों में स्थिति सामान्य है, लेकिन यदि इसी तरह से आंकड़े बढ़ते रहें, तो अगले सप्ताह अस्पतालों में बेडों की लेकर भी समस्या पैदा होगी.

आंकड़ों की तुलना में कोरोना संक्रमण और है अधिक

एनएमओ के वेस्ट बंगाल राज्य अध्यक्ष डॉ प्रभात सिंह (Dr Prabhat Singh) ने कहा कि इस बार कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ा है, लेकिन इसमें मृत्यु दर ज्यादा नहीं है, लेकिन पिछली बार की तुलना में लोग संक्रमित ज्यादा हो रहे हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि तेजी से स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर संक्रमित हो रहे हैं. इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा कि वर्तमान केवल 15 से 20 फीसदी मामलों के ही परीक्षण हो रहा है. इसमें कोरोना संक्रमण की यह स्थिति है, लेकिन वास्तव महामारी और भी तेजी से फैला है और संक्रमण का आंकड़ा सरकारी आंकड़ा से बहुत ही ज्यादा है.

बंगाल में तेजी से फैल रहा है कोरोना का संक्रमण

बंगाल में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमित होने वालों की संख्या 14 हजार से अधिक रही है. 60 हजार 511 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं जिनमें से 14 हजार 22 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके साथ ही राज्य भर में महामारी की चपेट में आने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 16 लाख 78 हजार 322 हो गई है. इनमें से 16 लाख 25 हजार 454 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे हैं. छह हजार 438 लोग पिछले 24 घंटे में स्वास्थ्य हुए हैं। इसके अलावा 17 लोगों की मौत हुई है जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हजार 827 पर पहुंच गई है. बता दें कि पिछले कोरोना से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा नौ हजार के करीब था.

मात्र दो फीसदी अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं मरीज

वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार बंगाल में संक्रमितों की संख्या में करीब 10,000 का इजाफा हुआ है, लेकिन पिछले 7 दिनों में दाखिले में बढ़ोतरी एक फीसदी से भी कम है. अस्पताल में कुल कोरोना बेड की संख्या 23,456 थी. कुल बेड के 1.24 फीसदी में ही मरीज भर्ती थे. 2 जनवरी के आंकड़े बताते हैं कि संक्रमित मरीजों में से मात्र 2.14 फीसदी ही अस्पताल में भर्ती. आंकड़ों के मुताबिक संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बावजूद 98 फीसदी बेड खाली हैं. हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक इस बार कोरोना बेहद संक्रामक है. ऐसे में सावधानी बरतनी चाहिए. हालांकि मरीजों की भर्ती थोड़ी बढ़ गई है. अधिकारियों का कहना है कि यदि इसी तरह से संक्रमण जारी रहा, तो बेडों की लेकर चिंता बढ़ सकती है.

सेफ होम में भर्ती को प्राथमिकता दे रही है सरकार

बंगाल में जैसे-जैसे पीड़ितों की संख्या बढ़ती जा रही है. बंगाल सरकार ने सेफ होम की संख्या में इजाफा किया है. कोलकाता में तीन सेफ होम बनाए गये हैं. बेडों की संख्या 350 की गई है. कलकत्ता नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग के दो अधिकारी पहले ही पूरे मामले पर निगरानी रख रहे हैं. उन्होंने बिस्तरों के बुनियादी ढांचे, काम की गुणवत्ता, साफ-सफाई की जांच की है. कसबा के गीतांजलि स्टेडियम में 100 बेड का सेफ होम बनाया गया है

Source;- “टीवी9हिंदी।”

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