09-जून-2021 | बीते कुछ दिनों में देश ने एक के बाद दो बड़े तूफानों का सामना किया है अब मौसम विभाग ने 11 जून को एक और चक्रवात की भविष्यवाणी की है। ऐसा इसलिए क्योंकि 11 जून तक खाड़ी में एक और कम प्रेशर का क्षेत्र बन रहा है। हालांकि ये चक्रवात में बदल सकता है या नहीं ये नहीं कहा जा सकता लेकिन यह किसी भी तूफान के उठने का पहला कदम होता है। और अगर यह चक्रवात में परिवर्तित हो जाता है, तो भारत में तीसरा चक्रवात होगा। इससे पहले तौकते और यास ने देश भारी तबही मचाई थी। आपको बता दें कि चक्रवात तौकते 14 मई को आया था और 19 मई को समाप्त हुआ। ये चक्रवात अरब सागर में बना था। इसके ठीक एक हफ्ते बाद चक्रवात यास देश के पूर्वी तट से टकराया। यह 23 मई को उठा और 28 मई को समाप्त हो गया था। सोमवार को अपने लेटेस्ट अपडेट में मौसम विभाग ने कहा कि 11 जून को आसपास बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। अरब सागर के ऊपर दक्षिण-पश्चिमी हवाएं भी 10 जून से तेज होने की संभावना है। 7 जून को जारी अपने बयान में मौसम विभाग ने कहा कि “इसके प्रभाव में, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 11 जून तक महाराष्ट्र (मुंबई सहित), तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के शेष हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है। ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, और गुजरात राज्य 11-13 जून के दौरान भारी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 11 और 26 जून को आने वाले ज्वार-भाटा से भारी नुकसान हो सकता है। दरअसल, राज्य में पिछले महीने आये यश चक्रवात के कारण बड़ी संख्या में तटबंध टूट गये हैं। ऐसे में समुद्र में ज्वार-भाटा से निचले इलाके में पानी घुसने से बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। IMD ने 10 जून से पूर्वी भारत और आसपास के मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में व्यापक रूप से वर्षा की भविष्यवाणी की है। 10 और 11 जून को ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। 11 तारीख को झारखंड और 11 और 12 तारीख को पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में बारिश होगी।
Source : “OneIndia”