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संयुक्‍त राष्‍ट्र ने भी अपनाया था जेआरडी टाटा का संदेश, इस योगदान के लिए दिया था पापुलेशन अवार्ड

ByPrompt Times

Jul 29, 2021
संयुक्‍त राष्‍ट्र ने भी अपनाया था जेआरडी टाटा का संदेश, इस योगदान के लिए दिया था पापुलेशन अवार्ड

29-जुलाई-2021 | भारतवासियों के जीवन में गुणात्मक सुधार लाने के लिए जेआरडी टाटा ने परिवार नियोजन का संदेश दिया था। इसे बाद में केंद्र सरकार और संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपनाया। जेआरडी टाटा ने वर्ष 1951 में टाटा स्टील की वार्षिक आमसभा में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा था कि सुखद जीवन के लिए जरूरी है कि सभी परिवार नियोजन के महत्व को समझें और अपनाएं।

जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने के जेआरडी टाटा के संदेश के महत्व को तत्कालीन केंद्र सरकार ने समझा और राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में अपनाते हुए पूरे देश में लागू किया, क्योंकि बढ़ती जनसंख्या के असर से देश के संसाधनों पर बोझ बढ़ना लाजिमी थी। जेआरडी टाटा की इस दूरदर्शी सोच के कारण ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1992 में उन्हें जनसंख्या पुरस्कार देकर सम्मानित किया था।

जेआरडी टाटा थे कॉमर्शियल पायलट

जेआरडी टाटा देश के पहले कॉमर्शियल पायलट थे। देश में वर्ष 1932 में हवाई डाक सेवा की शुरुआत करते हुए कराची से मुंबई लेकर आए थे। इस सेवा के 50 वर्ष पूरे होने पर जेआरडी टाटा वर्ष 1982 में इस ऐतिहासिक पल को दोहराना चाहते थे। तब सोनारी एयरपोर्ट पर सिंगल इंजन वाले पुष्पक विमान में ही अभ्यास किया और फिर अपने सिंगल इंजन वाले टाइगर माउथ प्लेन से इस इतिहास को दोहराया। जेआरडी टाटा 53 वर्षों तक टाटा संस के चेयरमैन रहे। जब वे चेयरमैन बने थे तो टाटा संस की 14 कंपनियां संचालित थीं। लेकिन अपनी दूरदृष्टि और नेतृत्व क्षमता की बदौलत उन्होंने स्टील, बिजली उत्पादन, इंजीनियरिंग, होटल, परामर्श सेवाएं, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, उपभोक्ता और औद्योगिक उत्पादों के कई उद्योग स्थापित किए और 1988 तक टाटा समूह में कंपनियों की संख्या 95 हो गई।

जेआरडी टाटा के जीवन के महत्वपूर्ण घटनाक्रम

1904 : 29 जुलाई को पेरिस में जन्म

1925 : 21 वर्ष की उम्र में अवैतनिक प्रशिक्षु के रूप में टाटा संस के साथ जुड़े

1929 : 10 फरवरी को उन्हें भारत में जारी किया गया पहला पायलट लाइसेंस प्राप्त हुआ

1932 : जेआरडी टाटा ने एयरलाइंस सेवा शुरू की

1936 : टाटा ने सामाजिक विज्ञान संस्थान (टीआईएसएस) की स्थापना की

1938 : 34 वर्ष की उम्र में वे टाटा संस के अध्यक्ष बने

1941 : टाटा मेमोरियल सेंटर फॉर कैंसर रिसर्च एंड ट्रीटमेंट की स्थापना की

1945 : टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान (टीआईएफआर) की स्थापना

1945 : टाटा ने समूह ने टेल्को कंपनी की नींव रखी

1948 : जेआरडी टाटा ने भारत के पहली अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन के रूप में एयर इंडिया इंटरनेशनल का शुभारंभ किया

1953 : भारत सरकार ने जेआरडी टाटा को एयर इंडिया का अध्यक्ष और इंडियन एयरलाइंस के बोर्ड का निदेशक नियुक्त किया

1954: फ्रांस ने जेआरडी टाटा को अपने सर्वोच्च नागरकिता पुरस्कार ‘लीजन ऑफ द ऑनर से नवाजा

1955 : पद्म विभूषण से सम्मानित किए गए

1968: टाटा कंप्यूटर सेंटर (अब टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) की स्थापना हुई

1988 : 26 जुलाई को उन्होंने टाटा समूह के अध्यक्ष का पद छोड़ दिया

1992 : देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया

1992 : संयुक्त राष्ट्र संघ ने भारत में जनसंख्या नियंत्रण में अहम योगदान देने के लिए उन्हें यूनाइटेड नेशन पॉपुलेशन अवार्ड से सम्मानित किया

1993 : 29 नवम्बर को जेनेवा में स्वर्गवास हुआ

Source;-” हिंदुस्तान

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