जल जीवन मिशन (शहरी) योजना के तहत प्रदेश के सभी शहरों में पेयजल और स्वच्छता के कार्य किए जाएंगे। परियोजना की नोडल एजेंसी उत्तराखंड अरबन सेक्टर डेवलपमेंट एजेंसी की ओर से सोमवार को योजना से जुड़े सभी जिलों के लाइन विभागों के साथ विचार विमर्श किया गया। कार्यक्रम निदेशक विनय शंकर पांडेय ने कहा कि मार्च 2021 तक सभी निकायों में सिटी वॉटर बैलेंस प्लान और सीवरेज के वॉर्डवार डिजिटल मैप तैयार किया जाएगा। कुल 2580 करोड़ रुपए की जल जीवन मिशन शहरी के अलावा 1280 करोड़ रुपए की स्वच्छ भारत मिशन -2 भी प्रस्तावित है। योजना के तहत एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों को पूरी तरह खुले में शौचमुक्त बनाया जाएगा। उन्होंने विभागों को लक्ष्य के अनुसार काम करने के निर्देश दिए। वर्चुअल कार्यशाला में कार्यक्रम निदेशक तकनीकि विनय मिश्रा, अपर कार्यक्रम निदेशक पीसी दुम्का भी शामिल हुए।