LAC पर चीन (China) से करीब नौ महीने तक चले टकराव और फिर डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया के बीच पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे. समाचार एजेंसी ANI की खबर के मुताबिक, गुजरात के केवड़िया (Kevadia) में इसी हफ्ते संयुक्त कमांडर कॉन्फ्रेंस होने जा रही है. पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल की ये पहली संयुक्त कमांडर कॉन्फ्रेंस है जिसमें NSA और CDS समेत तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होंगे. कॉन्फ्रेंस के दौरान रक्षा मंत्रालय के 5 सचिव प्रधानमंत्री मोदी के सामने अपने-अपने विंग के प्रोजेक्ट्स का प्रेजेंटेशन देंगे.
CDS समेत ये अधिकारी रहेंगे मौजूद
इस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (Ajit Doval), चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat), थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (Manoj Mukund Naravane), नौसेना स्टाफ के चीफ एडमिरल करमबीर सिंह (Karambir Singh), एयर स्टाफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया (Rakesh Kumar Singh Bhadauria), सभी कमांडर-इन-चीफ रैंक के साथ तीनों सेवाओं के अधिकारी भाग लेंगे.
इसलिए अहम है ये कॉन्फ्रेंस
सालाना होने वाली संयुक्त कमांडर्स कॉन्फ्रेंस पिछले साल कोरोना महामारी के चलते रद्द कर दी गई थी. इस साल ये सम्मेलन ऐसे समय पर आयोजित हो रहा है, जब पिछले 9 महीने से भारत और चीन के बीच एलओसी पर टकराव की स्थिति है. हालांकि, अभी दोनों देशों की सेनाओं के बीच डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन अभी भी एलएसी के कई ऐसे इलाके हैं, जहां दोनों देशों की सेनाओं में तनाव जारी है.
साल 2014 में पीएम मोदी ने जब पहली बार संयुक्त कमांडर कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था, तभी ही तीनों सेनाओं के सम्मलेन को दिल्ली से बाहर करने का सुझाव दिया था. यही वजह है कि इस साल ये सम्मलेन केवड़िया में होने जा रहा है.
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