सागौन के जंगलों की कटाई के मामलों में एक डिप्टी रेंजर और दो फॉरेस्ट गार्ड को निलंबित किया गया है। उनके वेतन से नुकसान की भी वसूली जायेगी।
बिलासपुर के सोंठी वन परिक्षेत्र के अंतर्गत सोंठी और बेलटुकरी के सागौन जंगल में अवैध कटाई के मामले में कार्रवाई करते हुए वनमंडलाधिकारी ने डिप्टी रेंजर और दो वनरक्षकों को निलंबित कर दिया है। बिलासपुर वन मंडल के सीपत के सोंठी और बिटकुला बीट के जंगल मे बड़ी संख्या में सागौन पेड़ो की अवैध कटाई व तस्करी के मामले में वन विभाग ने कार्यवाही की है।
मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम को सूचना मिली कि सोंठी और बिटकुला बीट से सागौन की लकड़ी काटकर जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा पहुंचाया जा रहा है। वही तस्करी कई महीनों से की जा रही है। यहां जंगल के भीतर विभाग के अधिकारियों को पेड़ों के कई ठूठ मिले जिसमे कई ताजा थे। मशीन से पेड़ों की कटाई के निशान मिले। इसमें मामले की जांच की जिम्मेदारी एसडीओ अभिनव कुमार को दी गई। एसडीओ ने प्रारंभिक जांच में सर्किल प्रभारी हफीज खान और बीट गार्ड चंद्रहास तिवारी, बहोरन लाल साहू को कार्य मे अनियमितता और लापरवाही पाई। जिसके बाद उन्होंने अपनी रिपोर्ट अफसरों को सौपी वनमंडलाधिकारी ने डिप्टी रेंजर हफीज खान, बीट गार्ड चंद्रहास तिवारी और बहोरन लाल साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
सोठीं में 23 तो बिटकुला में 17 नग सागौन कटा वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सोंठी के जंगल में कुल 23 नग और बिटकुला में 17 नग सागौन पेड़ों की कटाई की गई है, सभी पेड़ काफी पुराने थे। जिनकी अनुमानित कीमत 10 से 12 लाख के करीब है। जांच के दौरान अफसरों को एक सरपंच और उप सरपंच की इसमें मिलीभगत का पता चला है। उसकी भी जांच की जा रही है। वन विभाग कि इस कार्यवाही से वन अमले में हडकंप मच गया है।
कर्मचारियों के वेतन से वसूली होगी वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग के नियमों के अनुसार जंगल में सागौन के पेंड़ों की कटाई में जो भी जिम्मेदार अफसर होते है। उससे वसूली का प्रावधान है। इस मामले में भी जिम्मेदारों के वेतन से नुकसान राशि की वसूली कि जाएगी। साथ ही जांच को प्रभावित न कर पाए इस लिए डिप्टी रेंजर का निलंबन अवधि में मुख्यालय धरमजयगढ़ किया गया है।
SOURCE – प्रबन्ध सम्पादक (ऋषि वासवानी)