पूर्णिया। जिलाधिकारी ने द्वितीय चरण में फिर गांवों में शिविर लगाकर किसानों को पैक्स में धान बेचने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया है। वे शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में धान अधिप्राप्ति की समीक्षा बैठक कर रहे थे। 31 जनवरी से पहले अधिक से अधिक धान खरीदने का निर्देश उन्होंने दिया साथ ही कहा कि जो मिलर धान नहीं ले रहे हैं उन्हें ब्लैक लिस्टेड किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि अभी तक 3249 किसानों से 24118.08 एमटी धान की खरीद की गई है। 2684 किसानों को करीब 38 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
- 7 से 9 जनवरी तक लगेगा शिविर
खाद्या एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने धान अधिप्राप्ति की गति बढ़ाने के लिए किसान सलाहकार को गांवों में शिविर लगाकर सर्वे करने का निर्देश दिया है। यह सर्वे का कार्य 7 से 9 दिसंबर तक चलेगा। तीन दिनों तक सभी किसान सलाहकार अपने क्षेत्र के गांवों मे शिविर लगाकर इच्छुक किसानों से संपर्क करेंगे। किसानों से उनके धान का उत्पादन और धान बेचने की मात्रा आदि के बारे में जानकारी लेंगे तथा उनसे पैक्स या व्यापार मंडल में धान बेचने की तारीख भी अंकित करेंगे। इसके बाद वे संबंधित पैक्स व व्यापार मंडल में 11 जनवरी से 20 जनवरी के बीच अपना धान बेचकर रसीद पा लेंगे। धान बेचने के 48 घंटे में उनके खाते में राशि का अंतरण हो जाएगा। इस बीच पैक्सों में धान की अधिप्राप्ति सामान्य ढंग से होती रहेगी। डीएम ने सभी किसान सलाहकारों को किसानों के बीच जाकर उन्हें धान अधिप्राप्ति के बारे में जानकारी देने का निर्देश दिया। उन्होंने किसानों से भी उक्त अभियान का लाभ उठाने की अपील की है।
- धान नहीं खरीदने वाले मिलर होंगे ब्लैकलिस्टेड
डीएम ने 11 जनवरी से 20 जनवरी तक मेगा ड्राईव चलाकर धान अधिप्राप्ति करने का निदेश दिया है। विदित हो कि 31 जनवरी तक ही धान अधिप्राप्ति करनी है। इसके बाद धान की खरीद नही होगी। सरकार का मानना है कि किसान धान जनवरी के बाद नही रखते है। इसलिए जो मील धान खरीद का कार्य नही कर रहे हैं, उनको ब्लेक लिस्ट करने का निर्देश डीएम ने दिया। डीएम ने कहा कि अभी भी कसबा, बैसा, बायसी एवं अमौर में धान खरीद बहुत कम हो रही है। वहां के किसानों को प्रेरित कर धान की खरीद में तेजी लाने का निदेश डीएम ने बैठक में दिया है। बैठक में अपर समाहर्ता तारीक इकबाल, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला प्रबंधक, एसएफसी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, विभिन्न प्रखंडों के नोडल पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।