17 सितंबर 2022 | लोगों में सुपोषित आहार से स्वास्थ्य व्यवहार को विकसित करने के लिए राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को इमलीपारा आंगनबाड़ी केंद्र में व्यंजन बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। अनूठी पहल करते हुए केंद्र में रेडी टू ईट से तरह-तरह के पौष्टिक आहार तैयार कर महिलाओं ने एक ओर जहां अपनी पाक कला का प्रदर्शन किया। वहीं, दूसरी ओर सुपोषण के प्रति उपस्थित शिशुवती माताओं और गर्भवती महिलाओं को जागरूक भी किया।
इस मौके पर जन-जागरूकता के लिए रैली भी निकाली गई। इसमें बच्चे एवं महिलाओं ने हाथों में तख्ती लेकर पौष्टिक आहार जीवन का आधार, जीवन के लिए है वरदान, आओ शुरू करें पोषण अभियान, हम सब के लिए है उपहार, पोषण बिना जीवन बेकार आदि के नारे लगाए गए। साथ ही लोगों को स्वच्छता का ध्यान रखकर बीमारियों से बचने, गर्म भोजन करने तथा पौष्टिक आहार सब्जी, दाल-चावल, रोटी खाने के लिए प्रेरित भी किया। इस संबंध में आंगनबाड़ी केंद्र प्रमुख गीतांजलि पांडेय ने बताया कि पौष्टिक आहार कई बीमारियों से बचाता है और यह स्वस्थ जीवन की कुंजी है। आंगनबाड़ी केंद्र में हम शिशुवती माताओं और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार के बारे में सही जानकारी देते हैं। ताकि वह अपने बच्चों को सुपोषित आहार दें।
तिरंगा भोजन पोषण के लिए जरूरी
इस दौरान उपस्थित महिलाओं द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में दिए जाने वाले रेडी टू ईट से विभिन्न् प्रकार के व्यंजन जैसे पौष्टिक चीला, रेडी टू ईट हलवा, बरफी, लड्डू, खिचड़ी, मोटा रोटी, पुलाव आदि बनाकर प्रदर्शित किया गया। इस दौरान तिरंगा भोजन यानि पौष्टिक तीन रंग का भोजन दाल-चावल, हरी सब्जी खाने पर जोर दिया गया। इसके साथ ही पोषण के लिए दूध, अंडा, पालक, गाजर, मूली का सेवन करने, बाहर का भोजन नहीं करने की सलाह भी दी गई।
Source:- “नई दुनिया”