• April 25, 2024 9:35 pm

अमृत एक योजना के तहत एक वर्ष में 42 हजार घरों को सीवेज नेटवर्क से जोड़ा

26  सितम्बर 2022 | रहवासियों को खुले में सीवेज बहने से आजादी दिलाने के लिए नगर निगम आगामी वर्षों में अमृत दो योजना के तहत एक हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा। इसके तहत पूरे शहर में सीवेज की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इनसे शत प्रतिशत घरों को जोड़ने की योजना है।

बता दें कि अमृत एक योजना के तहत मिले 400 करोड़ रुपये से अब तक शहर में 350 किमी सीवेज पाइप लाइन बिछाई गई है। इनसे वर्तमान में 42 हजार घरों को जोड़ा जा चुका है। दिसंबर 2022 तक 70 हजार कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है। अधीक्षण यंत्री संतोष गुप्ता ने बताया कि अमृत दो योजना में केंद्र सरकार से नगर निगम को एक हजार करोड़ रुपये का अनुदान मिला है। इससे शहर के बचे हुए हिस्से में सीवेज की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। अमृत एक योजना के तहत कोलार, होशंगाबाद रोड, चूनाभट्टी, माता मंदिर, शाहपुरा, अयोध्या नगर समेत अन्य क्षेत्रों में पाइप लाइन बिछाई गई है। यहीं के रहवासियों को सबसे पहले सीवेज कनेक्शन से जोड़ा जा रहा है। अमृत एक के तहत कम बजट होने से सीवेज पाइप लाइन का 40 प्रतिशत काम ही पूरा हो पाया है। अब अन्य क्षत्रों में पाइप लाइन बिछाने के लिए अमृत दो योजना में डीपीआर बनाई जा रही है। आगामी दो महीने में काम शुरु कर दिया जाएगा।

गोविंदपुरा और नरेला विधानसभा में नहीं शुरु हुआ काम

नगर निगम ने सीवेज नेटवर्क की पाइप लाइन बिछाने का काम अंकिता कंस्ट्रक्शन को दिया है। बीते पांच वर्षों से कंपनी शहर में पाइप लाइन बिछाने का काम कर रही है। लेकिन निगम के पास बजट नहीं होने से कई क्षेत्रों में अभी काम शुरु नहीं हो पाया है। नयापुरा, गोविंदपुरा विधानसभा और नरेला विधानसभा क्षेत्र में तो अभी काम शुरु भी नहीं हो पाया है। जबकि दक्षिण-पश्चिम और उत्तर विधानसभा में आधा-अधूरा काम ही हो पाया है।

बजट बचा तो बदली जाएगी पुराने शहर की सीवेज लाइन

बतादें कि बीते दस वर्ष पहले पीएचई विभाग ने पुराने शहर के कुछ क्षेत्रों में सीवेज की पाइप लाइनें बिछाई थी। 50 हजार से अधिक घरों को इस कनेक्शन से जोड़ा गया था। लेकिन इतने सालों में ये पाइप लाइनें भी जर्जर हो गई हैं। पुराने शहर में जगह-जगह सीवेज की पाइप लाइन चोक होने और चैंबर ओवर फ्लो होने की शिकायतें मिल रही हैं। यह गंदा पानी बड़े तालाब समेत अन्य जलाशयों में पहुंच रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यदि अमृत दो योजना के तहत मिले बजट से पैसा बचता है तो इसका उपयोग पुराने शहर की सीवेज लाइन का बदलने में किया जाएगा।

सोर्स :-“नईदुनिया”        

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