दिनांक;-03-01-2022 राजधानी में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर कलेक्टर ने शहर में पंडरी के जिला अस्पताल और माना अस्पताल को पूरी तरह कोरोना के इलाज के मोड पर लाने का फैसला कर लिया है। तीसरी लहर के मद्देनजर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने जो बैकअप प्लान बनाया है। उसके तहत अंबेडकर एम्स में बेड फुल होने के साथ ही माना, पंडरी जिला अस्पताल, आयुर्वेदिक कॉलेज और आयुष यूनिवर्सिटी के अस्पताल में 878 बिस्तरों की व्यवस्था बनाई गई है।
जिनमें एक्टिव केस बढ़ने के साथ ही मरीजों को भी भर्ती किया जाएगा। एक अहम फैसले में अब अस्पताल में ओपीडी में चेकअप के लिए जाने वाले हर मरीज की कोरोना जांच भी अनिवार्य कर दी गई है। आज से अंबेडकर अस्पताल में फीवर क्लिनिक भी शुरु किया जा रहा हैए जहां जाकर मरीज इस बात का इत्मीनान कर सकते हैं कि उन्हें कोरोना है सीजनल वायरल इंफेक्शन। रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजारों में दोगुना जांच करने का भी निर्देश दिया है। फिलहाल रायपुर में 44 सौ टेस्ट रोजाना का टारगेट है।
जिसमें से 31 सौ से 34 के बीच टेस्ट हर दिन हो रहे हैं। रायपुर जिले में रविवार को 1641 टेस्ट में 90 पॉजिटिव आए हैं। जांच के अनुपात में संक्रमण की दर 5.48 प्रतिशत दर्ज की गई है। जो खतरे की निशानी माने जाने वाली संक्रमण दर 10 प्रतिशत से केवल 4.52 प्रतिशत ही कम है। इसलिए भी रायपुर में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए बैकअप प्लान को अब अमल में लाया जा रहा है। कलेक्टर ने अफसरों की बैठक लेकर कहा है कि कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए हर जरूरी इंतजाम पहले से करने होंगे।
फुंडहर कोविड सेंटर भी होगा शुरू
कोरोना लक्षण वाले ऐसे मरीज जो घर से अलग रहना चाहते हैं उनके लिए फुंडहर कोविड सेंटर को फिर से शुरू किया जा रहा है। सीएमएचओ ने बताया कि 25 से 02 जनवरी तक जिले में 290 के करीब कोरोना मरीजों की पहचान की गई है। इनमें 27 लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाया था। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों की पहचान कर उन्हें हर हाल में टीका लगाया जाए। टीकाकरण अभियान शत-प्रतिशत होना बेहद महत्वपूर्ण है। जिन लोगों ने अब तक दूसरा डोज नहीं लगाया है उन्हें ढूंढ-ढूंढकर दूसरा डोज लगाया जाए।
राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम शुरू
कोरोना से निपटने के लिए और सभी तरह के प्रबंधन के लिए संचालनालय स्वास्थ्य सेवा की ओर से नया राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम शुरू कर दिया गया है। यह कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है। कंट्रोल रूम का फोन नंबर 0771-2235091 है। इस नंबर पर कोरोना संबंधी जरूरी जानकारियां ली जा सकती हैं। इसके अलावा राजधानी के किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं इसकी जानकारी ऑनलाइन अपडेट की जा रही है। अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने वेब पोर्टल बनाया है। इसका यूआरएल लिंक-http://govhealth.cg.gov.in है। यह पोर्टल शासकीय एवं निजी दोनों अस्पतालों के लिए है। इसमें अस्पतालों में भर्ती मरीजों की सूची तथा कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध बिस्तरों की जानकारी रियल टाइम अपडेट की जा रही है।
हर काम के लिए अफसरों की जिम्मेदारी तय
कोरोना काल के दौरान काम करने वाले सभी अफसरों की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। कलेक्टर की ओर से जारी आदेश के अनुसार माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए एडीएम एनआर साहू, सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट के लिए संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम, विदेश से आने वाले लोगों की जांच और होम आइसोलेशन के लिए अपर आयुक्त सुनील चंद्रवंशी, मीडिया ब्रीफिंग के लिए डिप्टी कलेक्टर डॉ. दीप्ति वर्मा, कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए डिप्टी कलेक्टर मुकेश कोठारी, सरकारी अस्पतालों में कोरोना इलाज व्यवस्था सीएमएचओ मीरा बघेल, कोविड बेड उपलब्ध कराने अविनाश चतुर्वेदी, कोविड जांच और रिपोर्टिंग स्वतंत्र राहंगडाले, कोरोना टीका उपलब्ध कराने डॉ. आशीष वर्मा, होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की निगरानी नायब तहसीलदार डॉ. अंजलि शर्मा, स्कूली छात्रों के टीकाकरण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी, कॉलेज छात्रों के टीकाकरण के लिए जिला रोजगार अधिकारी केदार पटेल, हॉस्टलों में रहने वाले छात्रों के टीकाकरण के लिए आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त और उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों और कर्मचारियों के कोरोना इलाज के लिए जिला उद्योग केंद्र के मुख्य महाप्रबंधक को जिम्मेदारी दी गई है।
Source;-दैनिक भास्कर