बगहा। गंडक नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश से नदी उफान पर है। इसके साथ क्षेत्र की पहाड़ी नदियों का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है। ग्रामीण छोटे बच्चे व पशुओं के साथ ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं। सबसे अधिक परेशानी भोजन व चारे को लेकर हो रही है। सोमवार को बगहा दो सीओ के निर्देश पर राजस्वकर्मी व पंचायत सचिवों के द्वारा निरीक्षण किया गया है। पीड़ितों को सहायता पहुंचाने की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है। मौसम वैज्ञानिक डा. ए सत्तार के अनुसार अभी और बारिश होने की संभावना है। जिसमें कहीं अधिक तो कहीं कम भी हो सकती है। जिसको लेकर मौसम विभाग द्वारा 15 जूलाई तक के लिए चेतावनी जारी की जा चुकी है। दूसरी ओर, बारिश नहीं थमने से किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है। किसान चंद्रभान यादव, सत्तन चौधरी, अकलू राम, शोभित उरांव आदि ने कहा कि सरेह में चारों ओर पानी ही दिख रहा है। कृषि वैज्ञानिक अशोक कुमार पांडेय ने बताया कि अगर खेत में जल जमाव है तो उसको निकालने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही फसलों को कीटनाशक का छिड़काव कर बचाने के साथ लगातार निरीक्षण करते रहने की आवश्यकता है। गन्ना के बचाव के लिए फंगस पर रोक लगाना आवश्यक है। विभागीय निर्देश के अनुसार किसानों को कहा गया है कि धान का फसल अगर जल जमाव से प्रभावित हो रहा है तो उसके लिए समन्वयक या किसान सलाहकार से संपर्क कर उसका जियो टैग फोटोग्राफी करने का निर्देश दिया गया है। जहां तक जल जमाव की बत है तो लगातार पानी बरसने के बाद जल जमाव स्वभाविक है। लेकिन बारिश थमने के बाद भी अगर जल जमाव रहता है तो पानी निकासी कर आवश्यकता अनुरुप कीटनाशक की छिड़काव करने की सलाह श्री पांडेय ने दिया।