करौं : वर्तमान में किसान खेती कार्य से विमुख होते जा रहे हैं। मगर प्रखंड के डिडाकोली पंचायत अंतर्गत सिंहपुर के आधा दर्जन किसानों ने अपनी मेहनत के भरोसे क्षेत्र की अलग पहचान बना दी है। यह गांव सब्जी हब के तौर पर चर्चित होने लगा है। यहां के किसान लगभग आठ एकड़ में तरबूज, ककड़ी, खीरा, विभिन्न प्रकार की सब्जियों की खेती कर अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर रहे हैं। खेत से सटी सड़क किनारे कुछ अस्थायी दुकानें खोली गई हैं। इन दुकानों में प्रतिदिन पांच से सात हजार रुपये के सामानों की बिक्री हो जाती है। इस वर्ष उपज अच्छी नहीं होने के कारण बिक्री काफी प्रभावित हुई है। गांव के अधिकांश परिवारों की जीविका खेती से चलती है। गर्मी में लोगों का गला तर करने में सिंहपुर गांव में उत्पादित तरबूज काफी सहायक साबित हो रही है।
किसानों का कहना है
ग्राम प्रधान मुरारी सिंह, अर्जुन सिंह, रविशंकर सिंह, दशरथ सिंह, गउर सिंह, बासुकी सिंह, सुनील सिंह, बीरवल सिंह, पांडव सिंह का कहना है कि सरकारी सहायता के नाम पर मनरेगा के तहत आधा दर्जन सिचाई कूप का निर्माण कराया गया है। मगर इससे ऊपरी जमीन की सिचाई की जाती है। नीचे स्थित जमीन का पटवन नदी के सहारे किया जाता है। वर्तमान में नदी सूख चुकी है। इसमें गड्ढा खोदकर पंप के सहारे खेत का पटवन किया जाता है। जिस कारण खेती में लागत बढ़ जाती है। अगर सरकार द्वारा लिफ्ट योजना दे दी जाती तो यहां के किसानों को काफी सहूलियत होती। किसानों ने बताया कि सबसे ज्यादा परेशानी खेतों की रखवाली में आती है। किसानों को खेत में झोपड़ी बनाकर रखवाली करनी होती है।