19-अक्टूबर-2021 | इलेक्शन कमीशन को इन पार्टियों के ज़रिए सौंपे गए चुनावी खर्च के ब्यौरे में यह जानकारी दी गई है. कमीशन ने सियासी पार्टियों के इन खर्चों की डिटेल अपनी वेबसाइट पर शेयर की है.
पश्चिम बंगाल में जबर्दस्त बहुमत के साथ सत्ता में लौटने वाली तृणमूल कांग्रेस ने प्रदेश में इस साल हुए विधानसभा चुनावों में चुनाव प्रचार पर 154.28 करोड़ रुपये खर्च किये. तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक से सत्ता छीनने वाली डीएमके ने राज्य के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में चुनाव प्रचार पर 114.14 करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च किया. इलेक्शन कमीशन को इन पार्टियों के ज़रिए सौंपे गए चुनावी खर्च के ब्यौरे में यह जानकारी दी गई है. कमीशन ने सियासी पार्टियों के इन खर्चों की डिटेल अपनी वेबसाइट पर शेयर की है. चुनाव से पहले तमिलनाडु में सत्ता पर काबिज अन्नाद्रमुक ने विधानसभा चुनावों में प्रचार पर 57.33 करोड़ (57,33,86,773) रुपये खर्च किये. इसमें पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव में प्रचार पर किये गये खर्च भी शामिल हैं. असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 84.93 करोड़ (84,93,69,986) रुपये प्रचार पर खर्च किये. इसी तरह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव प्रचार पर 13.19 करोड़ रुपये खर्च किये. तृणमूल कांग्रेस, भाकपा और कांग्रेस मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय पार्टी हैं, जबकि द्रमुक एवं अन्नाद्रमुक की मान्यता क्षेत्रीय पार्टी के तौर पर है. भाजपा के ज़रिए इन राज्यों में विधानसभा चुनाव में प्रचार पर किया गया खर्च अब तक मौजूद नहीं हो पाया है.
Source:- जी सलाम