18 अप्रैल2022 | अमेरिका लगातार ये कोशिश कर रहा है कि रूसी हथियारों पर भारत की निर्भरता कम हो और वह भारत का अहम सहयोगी बन सके. रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका इस दिशा मे…
रूस पर भारत के रुख से निराश अमेरिका अब भारत के साथ अपने रक्षा सहयोग को मजबूत करने में लग गया है. अमेरिका रक्षा क्षेत्र में भारत के साथ एक बड़ा सौदा कर
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामले से परिचित एक सूत्र के अनुसार, विचाराधीन पैकेज 500 करोड़ डॉलर तक का हो सकता है. इजरायल और मिस्र के बाद भारत अमेरिका से इस तरह की सहायता प्राप्त करने वाला सबसे बड़ा देश बन जाएगा. हालांकि, अभी ये स्पष्ट नहीं है कि इस सौदे की घोषणा कब की जाएगी या सौदे में किन हथियारों को शामिल किया जाएगा.
एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की भारत ने निंदा नहीं की है, बावजूद इसके राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन की तरफ से ये एक बड़ा प्रयास किया जा रहा है ताकि भारत को एक दीर्घकालिक सुरक्षा भागीदार बनाया जा सके.
भारत का विश्वसनीय भागीदार दिखना चाहता है अमेरिका
अधिकारी ने कहा कि अमेरिका भारत का एक विश्वसनीय भागीदार बनना चाहता है. जो बाइडेन प्रशासन फ्रांस सहित अन्य देशों के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के पास सभी जरूरी सैन्य उपकरण हो
Source;-“आजतक”