दुनिया को तम्बाकू, कॉटन और ऊन सप्लाई करने वाले किर्गिस्तान में विदेशी छात्रों पर हमले हो रहे हैं. यहां मेडिकल की पढ़ाई के पहुंचे पाकिस्तान और मिस्र समेत भारतीय छात्र फंसे हुए हैं. उनकी जान पर खतरा बना हुआ है. स्थानीय लोग इन्हें निशाना बना रहे हैं. बचने के लिए इन्होंने खुद को अपने घर में बंद कर लिया है. पथराव की घटनाओं में खिड़की के शीशे क्षतिग्रस्त होने के मामले सामने आए हैं. भारतीय समुदाय ने इंडियन एम्बेसी को फोन करके मदद की गुहार लगाई है. केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने मंगलवार को विदेश मंत्री जयशंकर से छात्रों को वापस लाने के लिए विशेष उड़ानें संचालित करने का अनुरोध किया है।
हर साल बड़ी संख्या में यहां विदेशी स्टूडेंट्स एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए पहुंचते हैं. यहां की पढ़ाई सस्ती है और एडमिशन आसानी से मिलने के कारण मेडिकल स्टूडेंट्स यहां पढ़ाई के आते हैं. किर्गिस्तान में वर्तमान में 15 हजार भारतीय स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं. इस देश को सिर्फ एमबीबीएस की सस्ती पढ़ाई के लिए ही नहीं, कई और वजहों के लिए भी जाना जाता है.
मध्य एशिया का स्विट्जरलैंड, सबसे छोटा रेल नेटवर्क
अमेरिकी सरकार के आंकड़े बताते हैं कि यहां की 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है. इसमें बड़ा समुदाय सुन्नी मुस्लिमों का है. 70 लाख आबादी वाले मध्य एशिया के किर्गिस्तान को पहाड़ों और प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है. यही वजह है कि 2 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले किर्गिस्तान को मध्य एशिया का स्विट्जरलैंड कहा जाता है. यहां का तियान शेन क्षेत्र 80 फीसदी तक इस देश को कवर करता है, जो चीन और किर्गिस्तान की सीमा के बीच लगभग 2,500 किलोमीटर तक फैला है. देशभर में 85 पर्वत श्रृंखलाएं हैं, जो दुनिया के फोटोग्राफर्स को आकर्षित करती हैं.
यह मध्य एशिया के उन देशों में शामिल है, जहां की आबादी कम है. यहां की 35 फीसदी आबादी शहरों में रहती है. भारत दुनिया के सबसे लम्बे रेलवे नेटवर्क के लिए जाना जाता है, लेकिन किर्गिस्तान इसके उलट है. यहां का रेलवे नेटवर्क मात्र 417 किलोमीटर लंबा है. यह दुनिया के सबसे छोटे रेलवे नेटवर्क में से एक है.
पत्थर और मेटल का सप्लायर
किर्गिस्तान को पत्थर और मेटल एक्सपोर्ट करने के लिए जाना जाता है. यह 34 फीसदी तक यही एक्सपोर्ट करता है. इसमें गोल्ड, सिल्वर, यूरेनियम, गैस और मिनिरल्स शामिल हैं. यह 15 फीसदी तक टेक्सटाइल से जुड़ी एक्सपोर्ट करता है. इसमें कॉटन, ऊन औ वूलेज चीजें शामिल हैं. इसके अलावा यह सब्जियां भी निर्यात करता है. दुनिया की दूसरी सबसे अधिक ऊंचाई वाली झील इस्सिक-कुल यहीं है. यह 1,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
अब किर्गिस्तान के जो हालात हैं उसको लेकर दुनिया के कई देश गंभीर हैं. वहां से छात्रों को वापस लाने की तैयारी की जा रही है. छात्रों पर स्थानीय लोगों द्वारा हमले के कई वीडियो और फोटो वायरल हो रही हैं. ऐसे हालातों में उनके लिए पढ़ाई को जारी रख पाना मुश्किल हो गया है. उन्हें वापस लाने के लिए केंद्रीय मंत्री और एआइएमआइएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी विदेश मंत्री जयशंकर से भारतीय स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर उचित कदम उठाने को कहा है.
source tv9 bharatvarsh