सितम्बर 11 2023 ! हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक गणेश चतुर्थी का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस दिन को बप्पा के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इसी दिन 10 दिनों तक चलने वाला गणेश उत्सव भी शुरू हो जाता है. भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था. ऐसे में इस दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है. इस दौरान लोग गणपति की मूर्ति घरों में लाते हैं और 10 दिनों तक विधि विधान से पूजा करने के बाद अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा का विसर्जन किया जाता है.
इस साल गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को मनाई जाएगी. ऐसे में बप्पा के स्वागत के लिए जोर शोर से तैयारियां जारी है. महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक जैसे राज्यों में गणेश उत्सव की अलग ही धूम दखने को मिलती है. यहां बड़े-बड़े पंडाल लगाए जाते हैं और मूर्तियां स्थापित की जाती है. लोग दूर-दूर से बप्पा के दर्शन करने पहुंचते हैं. महाराष्ट्र में इस साल सबसे ऊंची प्रतिमा 35 फीट की बताई जा रही है.
गणपति ज्ञान, बुद्धि और सुख-समृद्धि के देवता है. इनकी पूजा मात्र से ही घर में सुख समृद्धि आती है. मान्यता है कि 10 दिन के गणेश उत्सव के दौरान गणपति पृथ्वी पर आकर रहते हैं और अपने भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं. ऐसे में बप्पा के भक्त के भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए खास तैयारी करते हैं. इस साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर को दोपहर 12.39 पर शुरू होगी और 19 सितंबर को रात 8 बजे तक होगी. ऐसे में उदयातिथि के मुताबिक गणेश चतुर्थी का त्योहार 19 सितंबर को मनाया जाएगा. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11.01 बजे से शुरू होकर दोपहर 01.28 मिनट तक रहेगा.
गणपति की पूजा के दौरान कई चीजों की जरूरत पड़ती है लेकिन इनमें से 5 चीजें ऐसी है जिनके बगैर पूजा पूरी नहीं मानी जाती. आइए जानते हैं कौन सी हैं वो पांच चीजें.
- भगवान गणेश को दूर्वा घास अतिप्रिय है. ऐसे में गणेश चतुर्थी के दिन पूजा में दूर्वा का इस्तेमाल जरूर करें. इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.
- इसी तरह बप्पा को मोदक भी काफी पसंद हैं. इसलिए उनके भोग में मोदक को जरूर शामिल करें. इससे बप्पा प्रसन्न होंगे और आपकी हर मनोकामना पूर्ण करेंगे.
- भगवान गणेश की पूजा में लाल फूल का इस्तेमाल भी बेहद जरूरी है. गणपति को लाल फूल अर्पित किए बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.
- गणेश जी की पसंदीदा तचीजों में सिंदूर भी शामिल है. इसलिए गणेश जी की पूजा करते वक्त उन्हें सिंदूर का तिलक लगाएं.
- भगवान गणेश को केले का भी भोग लगाएं. इसके बिना गणपति की पूजा पूरी नहीं मानी जाती.
सोर्स :- ” TV9 भारतवर्ष “