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27 मार्च को जयपुर में रैली निकालेंगे, 29 को बंद रह सकती है पीएचसी-सीएचसी

ByADMIN

Mar 25, 2023 ##PHC-CHC, ##rally, ##taken

25 मार्च 2023 |  राजस्थान में पास हुए राइट टू हेल्थ (RTH) बिल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स 27 मार्च को बड़ी रैली निकालने की तैयारी में हैं। वहीं, इस आंदोलन में शामिल हुए सरकारी हॉस्पिटल के मेडिकल ऑफिसरों की यूनियन अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ (अरिसदा) भी अपना विरोध तेज करने जा रही है। इन्होंने 29 मार्च को एक दिन सामूहिक अवकाश करने का फैसला किया है। अगर ऐसा होता है तो इस दिन प्रदेशभर की 2 हजार से ज्यादा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) बंद रह सकती है। क्योंकि इनमें ज्यादातर डॉक्टर मेडिकल ऑफिसर रैंक के ही होते है जो इस आंदोलन में शामिल है।

इधर, राइट टू हेल्थ के विरोध में रेजिडेंट्स के काम नहीं करने से एसएमएस समेत दूसरे सरकारी हॉस्पिटलों में भी मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। रूटीन बीमारी दिखाने और दवाईयां लेने के लिए आ रहे मरीज अब आना बंद हो गए है। इसके कारण एसएमएस में अन्य सेक्शन में भी इसका असर देखने को मिला है। रेजिडेंट्स को मनाने के लिए जयपुर एसएमएस मेडिकल कॉलेज के सीनियर डॉक्टर्स ने भी प्रयास शुरू कर दिए। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर राजीव बगरहट्‌टा ने बताया- हमने रेजिडेंट्स से बात की है। उनसे समझाइश की है। संभावना है कि वे जल्द मान जाएंगे। काम पर लौट आएंगे।

27 मार्च को निकाली जाएगी रैली
27 मार्च को इस बिल के विरोध में जयपुर में एक महारैली का आयोजन किया जाएगा। इस रैली की रूपरेखा तैयार करने के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टरों संग चर्चा की जाएगी, जो जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल स्थित जेएमए हॉल में होगी। जबकि 29 मार्च को सभी डॉक्टरों ने सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय किया है। अरिसदा के प्रदेशाध्यक्ष अजय चौधरी ने बताया कि हम लगातार सुबह 2 घंटे (9 से 11 बजे) तक का कार्य बहिष्कार आगे भी जारी रखेंगे।

29 को अवकाश के चलते मरीज नहीं देखेंगे डॉक्टर

इधर अरिसदा ने 29 मार्च को प्रदेशभर में एक दिन का सामूहिक अवकाश या कहे हड़ताल पर रहने की चेतावनी दी है। अगर 29 मार्च को ऐसा होता है तो प्रदेशभर की पीएचसी, सीएचसी, उप जिला हॉस्पिटल में मरीजों को नहीं देखा जाएगा। क्योंकि यहां ज्यादातर डॉक्टर मेडिकल ऑफिसर ही होते है और वे अरिसदा संगठन से जुड़े है।

सोर्स :- “दैनिक भास्कर”                      

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