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असम के तीन दोस्त साइकिल से कर रहे हैं अयोध्या की यात्रा, रामलला का करेंगे दर्शन

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Jan 13, 2024 ##prompttimes

13जनवरी 2024
गोपालगंज 
: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला का प्राण-प्रतिष्ठा होना है. इसको लेकर भव्य तैयारी चल रही है. देश के कोने-कोने से लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में असम से तीन दोस्तों की टोली भी रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए साइकिल से ही निकल पड़े हैं.
साइकिल यात्रा के बारहवें दिन तीनों दोस्त गोपालगंज पहुंचे. जहां लोगों ने उनका स्वागत भी किया. तीनों में प्रतीक दास और आदित्य देव असम से सोनितपुर जिला अंतर्गत तेजपुर स्थित ढेकियाजुल और कोकराझार के गोसाई गांव निवासी विश्वजीत शामिल हैं. तीनों ने 31 दिसंबर को साइकिल यात्रा शुरू की थी. रोजाना 35 से 40 किलोमीटर तक की यात्रा तय करते हैं. इस कपकपाती ठंड में साइकिल यात्रा पर निकले इन तीनों राम भक्तों में भगवान राम के प्रति आस्था देखने को मिली. 15 जनवरी तक अयोध्या पहुंचने का लक्ष्य रखा है.
असम के युवाओं ने कहा-जो सुना था वैसा नहीं है बिहार
प्रतीक ने बताया कि पिछले बारह दिनों से साईकिल पर सवार होकर तीनों राम भक्त अयोध्या में भगवान राम के दर्शन करने का सपना देखते हुए आगे बढ़ते जा रहें हैं. यात्रा के दौरान कई राज्यों और शहरों को पार किया है. उन्होंने बताया कि बिहार के लोग बहुत अच्छे हैं और उन्होंने बहुत प्यार दिया. आदित्य देव ने बताया कि बिहार के बारे में बहुत खराब सुना था, लेकिन यहां आने के बाद पता चला कि बिहार ऐसा बिल्कुल नहीं है. यहां के लोग मिलनसार और दिल के बहुत अच्छे हैं. गोपालगंज के लोगों ने अपने घरों में बुलाया और भोजन कराया. उनके इस प्यार के लिए बहुत आभारी हैं.
साइकिल यात्रा के दौरान बिहार में हर जगह मिला सम्मान
विश्वजीत ने बताया कि बिहार में यात्रा बेहद सुखद रहा. यहां के लोगों ने बहुत प्यार और सम्मान दिया. इसी प्यार और सम्मान को सहेजकर आगे बढ़ रहे हैं. तीनों दोस्त अयोध्या पहुंचने के बाद भगवान राम का दर्शन करेंगे और फिर अपने घर को लौट जाएंगे. लेकिन, इस यात्रा में बिहार के लोगों की करुणा और प्रेम के बारे में बहुत कुछ सिखाया.
असम से अयोध्या तक की साइकिल यात्रा के दौरान गोपालगंज में राम भक्तों ने जिस प्रकार हमारा स्वागत किया, इससे अभीभूत हैं और यह दर्शाता है कि बिहार के लोग कितने मददगार और दयालु हैं. इस यात्रा के दौरान जो अनुभव मिला वह शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. उम्मीद है कि बिहार के लोगों की यह करुणा और प्रेम पूरे देश में फैलेगी और लोग एक-दूसरे के प्रति अधिक प्रेम और सहानुभूति रखेंगे.
   सोर्स :-“न्यूज़ 18

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