• June 29, 2024 7:03 am

सिक्किम में तबाही से पहले ही मिल चुकी थी चेतावनी, नजअंदाज करना पड़ा भारी

अक्टूबर 6 2023 ! सिक्किम में लोनक झील के ऊपर बादल फटने और तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ से मची तबाही में अब तक डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सौ के आसपास लोग लापता बताए जा रहे हैं. लापता लोगों को खोजने के लिए सेना और एनडीआरएफ की ओर से राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है. इस बीच सिक्किम को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है.

विशेषज्ञों की मानें तो इस आपदा से पहले ही पूरे इलाके को लेकर चेतावनी जारी की गई थी, जिसे नजरअंदाज किया गया. सरकारी एजेंसियों और रिसर्चरों की टीम ने एक बार नहीं बल्कि कई बार सिक्किम में घातक हिमनद झील के फटने और बाढ़ से आने वाली तबाही को लेकर अलर्ट किया था.

यह अलर्ट दो साल पहले यानी 2021 में जारी किया गया था. साल 2021 में हुआ यह अध्ययन जर्नल ‘ज्योमोरफ़ोलॉजी’ में प्रकाशित भी हुआ था. रिसर्च में बताया गया था कि 1962 से 2008 के बीच हिमनत करीब दो किलोमीटर पीछे हट गए हैं, जबकि 2008 से 2019 के बीच हिमनद 400 मीटर पीछे चल गए हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर और भारत अंतरिक्ष संगठन (ISRO) की ओर से 2012-2013 में झील से जुड़े खतरों के बारे में अवगत कराया था. इसके बाद 2016 में भी स्टूडेंट एजुकेशन एंड कल्चर आंदोलन से जुड़ी सोनम वांगचुक की अगुवाई में एक अभियान चलाया गया था और झील से जुड़ी जानकारी और खतरों के बारे में बताया गया था.

लोनक झील में बुधवार तड़के मची तबाही में अब तक 18 शव बरामद कर लिए गए हैं जबकि 22 जवानों समेत कुल 98 लोग लापता बताए जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ से मची तबाही में घायल 26 लोगों को सिक्किम के अलग-अगल अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. दशक की सबसे बड़ी तबाही में 22000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.

दरअसल, उत्तरी सिक्किम में लोहन झील के ऊपर बादल फट गया. झील में बादल फटने की वजह से तीस्ता नहीं में अचानक बाढ़ आ गई. बाढ़ का पानी चुंगथांग बांध की तरह बह निकला. बहाव इतना तेज था कि बिजली संयंत्र के बुनियादी ढांचे को भी बर्बाद कर दिया और फिर पानी निचले इलाके में बसे शहरों और कस्बों की ओर से बढ़ गया.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, विनाशकारी बाढ़ की वजह से राज्य में 11 पुल बह गए. इसके साथ-साथ राज्य के चार प्रभावित जिलों में पानी की पाइपलाइन, सीवर लाइन समेत कई मकान ध्वस्त हो गए हैं. कई मकान अभी भी पानी में डूबे हुए हैं, जिनमें फंसे लोगों को बचाने की कोशिश की जी रहा है.

सोर्स :- ” TV9 भारतवर्ष    

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