नई दिल्ली . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पूर्ण विकास का लक्ष्य तब तक प्राप्त नहीं किया जा सकता जब तक कृषि क्षेत्र से संबंधित चुनौतियों का हल नहीं निकलता। उन्होंने यह भी कहा कि निजी नवाचार और निवेश कृषि क्षेत्र से दूरी बनाये हुए हैं जिससे कृषि में अन्य क्षेत्रों के मुकाबले भारत के युवाओं की भागीदारी कम बनी हुई है।
कृषि और सहकारिता पर बजट के बाद के सेमिनार को आज सम्बोधित करते हुए श्री मोदी ने स्पष्ट किया कि कमियों को दूर करने के लिए इस वर्ष के बजट में कई घोषणाएं की गई हैं। प्रधानमंत्री ने मौसम में परिवर्तन के बारे में रियल टाइम सूचना उपलब्ध कराने का जिक्र करते हुए फसलों के अनुमान के लिए ड्रोन के उपयोग की बात कही।
श्री मोदी ने स्पष्ट किया कि 2023-24 के केन्द्रीय बजट और पिछले आठ-नौ वर्ष के बजट में कृषि क्षेत्र को महत्व दिया गया है। उन्होंने बताया कि 2014 में कृषि बजट जो कि 25 हजार करोड रूपये से कम था इसे बढ़ाकर एक लाख 25 हजार रूपये से अधिक कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल के वर्षो में प्रत्येक बजट को गांव, गरीब और किसान के लिए बजट कहा गया।