बिलासपुर। 15-जुलाई-2021 | मस्तूरी क्षेत्र में दिव्यांग को शासन की योजना के तहत लोन दिलाने का झांसा देकर 1.50 लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस जुर्म दर्ज कर आरोपित की तलाश कर रही है। मस्तूरी थाना क्षेत्र के दलदली निवासी दिलहरण सोनवानी(32) दिव्यांग हैं। छह महीने पहले उनकी पहचान टिकारी निवासी शंकर चौहान से हुई। इस दौरान शंकर ने उन्हें बताया कि वह बैंक से लोन निकलवाने का काम करता है। इस पर दिलहरण ने उससे व्यवसाय के लिए लोन के संबंध में बात की। शंकर ने लोन में 50 प्रतिशत छूट दिलाने का भरोस दिलाते हुए 1.50 लाख स्र्पये की मांग की। उसे झांसे में आकर दिलहरण ने नकद 1.50 लाख स्र्पये दे दिए। स्र्पये देने के एक महीने बाद उन्होंने लोन के संबंध में पूछताछ की। इस पर शंकर ने दो महीने के भीतर लोन की रकम मिलने की बात कही। पांच माह बाद भी लोन की रकम नहीं मिलने पर उन्हें धोखाधड़ी की आशंका हुई। इस पर उन्होंने मस्तूरी थाने में इसकी शिकायत की। इस पर पुलिस धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपित की तलाश कर रही है।
अलग-अलग बहानों से घुमाता रहा
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि स्र्पये लेने के एक महीने बाद उसने शंकर से संपर्क किया था। इस दौरान पहले उसने लोन का मामला बैंक के मुख्यालय में होने की जानकारी दी। इसके बाद वह अलग-अलग अधिकारियों के टेबल में मामला फंसा होने का झांसा देता रहा। चार महीने बीतने के बाद उसे ठगी का एहसास हुआ।
Source;“नईदुनिया “