• May 16, 2024 11:51 pm

स्टेट कैंसर यूनिट के लिए आएंगी 35 करोड़ की चिकित्सकीय मशीनें

13 जून 2022 | स्टेट कैंसर यूनिट के लिए राज्य सरकार की ओर से 34 करोड़ 19 लाख स्र्पये जारी होने के बाद निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई है। केंद्र सरकार भी 51 करोड़ स्र्पये दे चुकी है। अब अस्पताल के लिए चिकित्सकीय मशीनें लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत 35 करोड़ स्र्पये की मशीनें खरीदी जानी चाहिए। सिस्म प्रबंधन ने इसके लिए इस्टीमेट तैयार कर लिया है। इसे जल्द ही सीजीएमएससी(छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कारपोरेशन) को सौंपा जाएगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 22 मई को कोनी में बन रहे स्टेट कैंसर यूनिट का वर्चअल भूमिपूजन किया था। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए थे कि इस अस्पताल के निर्माण में विलंब नहीं होना चाहिए। इसके बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई है। कुल 115 करोड़ स्र्पये से बन रही इस यूनिट में 35 करोड़ की चिकित्सकीय मशीनें स्थापित की जानी हैं। इस यूनिट का निर्माण सीजीएमएससी कर रही है। ऐसे में मशीन खरीदने की जिम्मेदारी भी सीजीएमएससी को दी गई है। अब सिम्स प्रबंधन ने सभी आवश्यक मशीनों का इस्टीमेट तैयार कर लिया है। इसे सीजीएमएससी को सौंप दिया गया है।

मशीन खरीदने में दो से तीन महीने का समय लगेगा। इधर भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। शासन स्तर पर निर्देश है कि एक साल में इसका निर्माण पूरा कर लिया जाए। आने वाले दो से तीन महीने के भीतर 200 करोड़ की लागत से बने सिम्स सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल को शुरू कर दिया जाएगा। इसी परिसर में बन रहे स्टेट कैंसर यूनिट भी शुरू होने पर बिलासपुर में सभी प्रकार की गंभीर बीमारियों का इलाज हो पाएगा।

ये चिकित्सकीय सुविधाएं मिलेंगी

स्टेट कैंसर यूनिट के भवन निर्माण में 34 करोड़ 50 लाख स्र्पये खर्च किए जाएंगे। वहीं, 80 करोड़ 70 लाख स्र्पये से चिकित्सकीय उपकरण दूसरे संसाधन जुटाने हैं। यूनिट में सभी प्रकार की कीमोथिरेपी में टार्गेटेड, इम्यूनो, मालिकुलर, मेटरोनोमिक सुविधा निश्शुल्क मिलेगी। यहां अत्याधुनिक रेडियोथेरेपी मशीन से इलाज किया जाएगा। दो लीनियर एक्सीलरेटर, कोबाल्ट ब्रेकीथेरेपी यूनिट, पीईटी स्कैन मशीन, सीटी सिमुलेटर, एमआरआइ मशीन और कैंसर अनुसंधान के लिए सभी अत्याधुनिक साधन उपलब्ध रहेंगं। स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, मुख एवं गले का कैंसर, फेफड़े का कैंसर, बड़ी आंत एवं गुदा का कैंसर, पेट के कैंसर, यकृत, पित्त की थैली के कैंसर, हड्डी के कैंसर, ब्लड कैंसर का इलाज एक ही छत के नीचे हो सकेगा।

स्टेट कैंसर यूनिट का निर्माण शुरू कर दिया गया है। मशीन के लिए 35 करोड़ का इस्टीमेट तैयार किया गया है। इसे सीजीएमएससी को सौंप दिया गया है। जल्द ही मशीन खरीदने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

सोर्स ;-“नईदुनिया”     

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