भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की है। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से महाराष्ट्र की सीमा से सटे प्रदेश के जिलों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अपील की है कि लोग गाइडलाइन का पालन करें। फेस मास्क, सेनेटाइजर के उपयोग करें।
इसके साथ ही प्रदेश में मेलों और जलसों के आयोजन बड़े स्तर पर न हों। इसको लेकर भी निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने छिंदवाड़ा और बैतूल जिलों में इस सप्ताह सामने आए कोरोना के मामलो की जानकारी ली और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोनों जिलों के कलेक्टर को सावधानी बरतने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने तमाम जिलों और संभागों के प्रभारी सीनियर IAD अधिकारियों से भी चर्चा कर जानकारी ली। प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई ने भोपाल, प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने उज्जैन और अपर मुख्य गृह सचिव डॉ राजेश राजौरा ने सीमावर्ती जिलों में आए कोरोना प्रकरणों के संबंध में जानकारी दी और रोकथाम के प्रयासों के बारे में भी बताया।
भोपाल, इंदौर में विशेष सावधानी बरतने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल में 90 और इंदौर में 156 केस 24 घंटे में सामने आए हैं। इसको देखते हुए एहतियात बरती जाए। उन्होंने सभी जिलों में प्रशासन को रोको टोको अभियान चलाने के निर्देश दिए।
वैक्सीनेशन की जानकारी ली
मुख्यमंत्री ने वैक्सीनेशन को लेकर भी जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि अस्पतालों के अधिकांश ऑक्सीजन और आईसीयू बेड खाली हैं। करीब दो तिहाई कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में हैं। मध्यप्रदेश का रिकवरी रेट 97.4 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय प्रतिशत 97.1 से अधिक है। प्रदेश में प्रति 10 लाख पर 68 हजार 305 टेस्ट किए जा रहे हैं।