28 जुलाई 2022 लगातार हो रही वर्षा से आंखों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। शहर के सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों के नेत्र ओपीडी में इस तरह की समस्या लेकर पहुंचने वाले मरीजों की संख्या 25 प्रतिशत तक बढ़ गई है। मरीज आंखों में जलन, खुजली, लालिमा छाने, आंसू आने और आंखों में दर्द की शिकायत कर रहे हैं। अधिकांश मरीज सामान्य इलाज से चार से छह दिन में ठीक हो जा रहे हैं।
जिला अस्पताल के डा. रोहित कुमार गहवई ने बताया कि वर्षा के पानी की वजह से आंखों से जुड़ी बीमारी से बहुत से लोग पीड़ित हो रहे हैं। जिला अस्पताल के ओपीडी में मई-जून के मुकाबले दोगुना मरीज पहुंच रहे हैं। तेज धूप, उमस और धूल की वजह से भी आंखों से जुड़ी समस्या हो रही है। कंजक्टिवाइटिस और एलर्जी के मरीज अधिक हैं। इन्हें दवा देने के साथ सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
दूषित पानी से हो रहा संक्रमण
डाक्टरों के अनुसार मुंह और आंख धोने वाले पानी में जरा भी गंदगी होने पर इंफेक्शन हो सकता है। वर्षा के दिनों में ना सिर्फ घर के बाहर लोग गंदे पानी के संपर्क में आते हैं, बल्कि घरों में सप्लाई होने वाले पानी भी कई बार दूषित होता है। भूजल भी साफ नहीं रह गया है। इसके कारण आंखों में संक्रमण हो जाता है।
सिम्स में 100 से 150 मरीज पहुंचे रहे
मई-जून में आंखांे से जुड़ी समस्या लेकर जिला अस्पताल में 15 से 20 मरीज पहुंच रहे थे। अब यह संख्या 30 से 40 के बीच पहुंच गई है। इसमें आंखों की सभी तरह की समस्या वाले मरीज शामिल हैं। सिम्स में भी रोज नेत्र ओपीडी में 100 से 150 मरीज पहुंच रहे हैं। पहले यह आंकड़ा 50 से 70 के बीच था। इसमें आंखों का लाल होना, खुजली, जलन, चुभन जैसी समस्या वाले मरीज अधिक हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
दो पहिया वाहन चालक चश्मे का उपयोग करें।
– हाथों को साफ करते रहें और बार-बार आंख को न छूएं।
– आंखों को ठंडे पानी से धोते रहें।
– आंख लाल होने, पानी आने या चुभन महसूस होने पर डाक्टर से परामर्श लें।
– धूल और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
source”नईदुनिया”