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HPU के पास पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन आने शुरू, विद्यार्थियों को फीस में नहीं मिलेगी छूट

28 नवंबर 2022 |  स्नातक प्रथम वर्ष के खराब परिणाम मामले के बीच विद्यार्थियों ने अब पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करना शुरू कर दिया है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) के पास कई विद्यार्थियों ने उत्तर पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया है। पुनर्मूल्यांकन के लिए विद्यार्थियों को तय फीस चुकानी होगी। विश्वविद्यालय ने पुनर्मूल्यांकन के लिए तय फीस में कोई छूट नहीं दी है, ऐसे में विद्यार्थियों को 300 रुपए प्रति उत्तर पुस्तिका फीस देनी होगी। आवेदन करने के बाद पुनर्मूल्यांकन के परिणाम के लिए विद्यार्थियों को अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया है कि जैसे-जैसे उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन पूरा होता रहेगा, संबंधित विद्यार्थियों का परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। इसके लिए विद्यार्थियों को समय पर आवेदन करना होगा। इसके चलते विद्यार्थियों को पुनर्मूल्यांकन के परिणाम के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन प्राथमिकता के आधार पर पुनर्मूल्यांकन का परिणाम घोषित करेगा और शीतकालीन अवकाश समाप्त होने से पहले सभी पुनर्मूल्यांकन के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। काॅलेजों में शीतकालीन अवकाश फरवरी के पहले सप्ताह में समाप्त हो जाता है, ऐसे में इससे पहले परिणाम आ जाएंगे।

ईआरपी सिस्टम में कोई खामी नहीं आई सामने
इस बीच स्नातक प्रथम वर्ष के खराब परिणाम के मामले को लेकर जांच जारी है। अब तक की प्रारंभिक जांच में विश्वविद्यालय के ऑन स्क्रीन मूल्यांकन प्रक्रिया में कोई खामी नहीं पाई गई है। हालांकि छात्र संगठन अभी भी विश्वविद्यालय के ईआरपी सिस्टम पर सवाल उठा रहे हैं लेकिन विश्वविद्यालय की अब तक की जांच में इस मामले में ईआरपी सिस्टम में कोई खामी सामने नहीं आई है।

अब हर पहलू की होगी गहन जांच, एक सप्ताह में आएगी रिपोर्ट
स्नातक प्रथम वर्ष के परिणाम पर उठे सवालों के बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने मामले की गहनता से जांच करने का निर्णय लिया है। अभी तक हुई जांच में विश्वविद्यालय के इवैल्यूएशन सिस्टम में कोई खामी सामने न आने के बाद अब सोमवार से जांच कमेटी 5000 सैंपल पेपरों की अपने स्तर पर रिवैल्यूएशन करेगी।

सशर्त द्वितीय वर्ष की पढ़ाई जारी रख सकते हैं विद्यार्थी
स्नातक प्रथम वर्ष में फेल हुए विद्यार्थी फिलहाल पुनर्मूल्यांकन का परिणाम आने तक द्वितीय वर्ष की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इसके लिए विद्याॢथयों को पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करना होगा और इसके बाद अंडरटेकिंग देनी होगी कि अगर पुनर्मूल्यांकन के बाद वे प्रथम वर्ष में उत्तीर्ण नहीं होते हैं तो उन्हें पुन: अगले वर्ष प्रथम वर्ष की ही परीक्षा देनी होगी।

काॅलेजों के अच्छे व खराब परिणामों का अध्ययन करेगी कमेटी 
प्रदेश के जिन कालेजों में स्नातक प्रथम वर्ष में अधिक विद्यार्थी फेल हुए हैं और जिन काॅलेजों का परिणाम अच्छा रहा है, उन सभी काॅलेजों के परिणामों का भी अध्ययन किया जाएगा। इसमें यह देखा जाएगा कि जिन काॅलेजों का परिणाम अच्छा रहा है, उन कालेजों के विद्यार्थियों की परीक्षा कैसी हुई थी और जिन काॅलेजों का परिणाम खराब रहा है, वहां क्या कमी रही और विद्यार्थियों की परीक्षा कैसी हुई थी।

सोर्स :-” पंजाब केसरी”                    

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