11 अप्रैल2022 | साइक्लोन असानी ने 24 घंटे में ही अपना रास्ता बदल लिया है। मंगलवार तक ओडिशा और बंगाल की खाड़ी की ओर जाने की आशंकाओं के बीच चक्रवात ने आंध्र प्रदेश की ओर रुख कर लिया है। आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के कलेक्टर रंजीत भाषा ने बुधवार को लोगों को चेतावनी दी है कि समुद्र की तरफ न जाएं।
मौसम विभाग के मुताबिक, तूफान कभी भी विशाखापट्टनम और काकीनाड़ा के बीच तटीय इलाके पर लैंडफॉल कर सकता है। इस दौरान बेहद तेज बारिश की संभावना है। हवाएं 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट भेज दिया गया है। आंध्र सरकार ने 7 जिलों में रिलीफ कैंप भी खोले हैं।
बंगाल की तरफ बढ़ गया है तूफान
मौसम विभाग के वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने बताया है कि असानी तूफान बंगाल की तरफ बढ़ गया है। तटीय आंध्र प्रदेश में तूफानी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। कल यहां अलग-अलग इलाकों में बारिश होने की संभावना है। इसके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। तूफान का असर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ में भी रहेगा। 11 से 13 मई तक यहां बारिश होगी, साथ ही तेज हवाएं भी चलेंगी।
आज भी कैंसिल की गईं फ्लाइट्स
असानी के मद्देनजर बुधवार को विशाखापट्टनम में इंडिगो की सभी फ्लाइट्स (22 आगमन और 22 प्रस्थान) कैंसिल कर दी गई हैं। वहीं, एयर एशिया ने बेंगलुरु और दिल्ली से विशाखापट्टनम जाने वाली एक-एक फ्लाइट कैंसिल कर दी है। इस बीच, आंध्र प्रदेश के CM जगन मोहन रेड्डी ने तटीय जिलों के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर हालात का जायजा लिया। किसी भी इमरजेंसी के दौरान इन्हें हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है।
असानी से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स…
- आंध्र सरकार ने तूफान से प्रभावित हो सकने वाले 7 जिलों में 454 रिलीफ कैंप खोले है।
- मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के भीतर तमिलनाडु के कई हिस्सों में गरज और रुक-रुक कर बारिश होने का अनुमान जताया है।
- आंध्र के तटीय जिलों गुंटूर और कृष्णा जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
- श्रीकाकुलम, विजयनगरम और गोदावरी जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
- रेड अलर्ट के बाद राज्य में बुधवार को होने वाली इंटरमीडिएट की परीक्षाएं टाल दी गई हैं।
आंध्र प्रदेश में के श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापट्टनम, पूर्वी गोदावरी, कृष्णा, गुंटूर और पश्चिम गोदावरी जिलों में बारिश हो रही है। वहीं, केरल और तमिलनाडु में और भी बारिश की आशंका जताई गई है। इन राज्यों में मंगलवार से ही हल्की बारिश हो रही है।
ओडिशा के गंजाम जिले के छतरपुर के पास मंगलवार को समुद्र में मछली पकड़ने वाली 5 नौकाएं पलट गईं। इन हादसों में सभी 65 मछुआरे तैरकर किनारे आ गए। एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब पांच मछुआरों को ले जा रही एक नाव पलट गई और उसने चार अन्य नौकाओं को टक्कर मार दी, जिनमें कुल 60 लोग सवार थे। हादसे में सभी नौकाएं डूब गईं।
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम का हाल
- स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, तटीय आंध्र प्रदेश में मध्यम से भारी बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश संभव है। गंगीय पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण कर्नाटक और केरल के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है।
- तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार और झारखंड के पूर्वी हिस्सों और पश्चिमी हिमालय के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, आंतरिक ओडिशा, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की तलहटी में हल्की बारिश हो सकती है।
- आंध्र प्रदेश, तटीय ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में मध्यम से तेज हवाएं चलने की संभावना है। हवा की गति 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। समुद्र की स्थिति खराब बनी रहेगी तथा ऊंची लहरें उठेंगी। दक्षिण हरियाणा, राजस्थान के कुछ हिस्सों, गुजरात मध्य प्रदेश और विदर्भ के अलग-अलग हिस्सों में लू की संभावना है।
NDRF की 50 टीमें तैनात, नेवी भी अलर्ट
असानी के चलते NDRF की कुल 50 टीमों को पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के लिए रखा गया है। इसमें से 22 टीमों को ग्राउंड पर तैनात किया गया है, जबकि 28 टीमों को स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के भीतर अलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा जरूरत पड़ने पर प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वे और राहत बचाव कार्यों के लिए विशाखापट्टनम में INS डेगा और चेन्नई के पास INS रजाली को नेवी स्टेशन पर अलर्ट मोड पर रखा गया है।
रेलवे भी अलर्ट, मछुआरों पर सख्ती
इस बीच, पूर्वी तटीय रेलवे (ECOR) ने चक्रवात के कारण भारी बारिश की आशंका के मद्देनजर अपने अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है। भुवनेश्वर में अपने मुख्यालय और विशाखापत्तनम, खुर्दा रोड तथा संबलपुर में डिवीजनल ऑफिस में 24 घंटे आपदा प्रबंधन के लिए कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। राज्य सरकार ने घोषणा की कि IMD की चेतावनी की अनदेखी कर गहरे समुद्र में जाने वाले मछुआरों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
साल 2022 का पहला साइक्लोन
असानी इस साल का पहला चक्रवाती तूफान है। इससे पहले 2021 में 3 चक्रवाती तूफान आए थे। दिसंबर 2021 में साइक्लोन जावद आया था। वहीं, सितंबर 2021 में साइक्लोन गुलाब ने दस्तक दी थी, जबकि मई 2021 में साइक्लोन यास ने बंगाल, बिहार समेत कई राज्यों में कहर बरपाया था।
भविष्य के साइक्लोन के नाम अभी से तय
चक्रवात असानी श्रीलंका द्वारा दिया गया एक नाम है जिसका अर्थ सिंहली में ‘क्रोध’ होता है। असानी के बाद बनने वाले चक्रवात को सितारंग कहा जाएगा, जो थाईलैंड द्वारा दिया गया नाम है। भविष्य में जिन नामों का इस्तेमाल किया जाएगा उनमें भारत के घुरनी, प्रोबाहो, झार और मुरासु, बिपरजॉय (बांग्लादेश), आसिफ (सऊदी अरब), दीक्सम (यमन) और तूफान (ईरान) और शक्ति (श्रीलंका) शामिल हैं।
Source;- ‘’दैनिकभास्कर’’