• June 27, 2024 11:20 pm

पर्यटन को बढ़ावा देने बना ‘बस्तर चो गीत’:बस्तर की कला, संस्कृति और परंपरा के दिखें विविध रूप; यूट्यूब पर 2 दिन में 1 लाख से ज्यादा व्यूज

22 मार्च 2022 | छत्तीसगढ़ के बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए वीडियो एलबम बनाया गया है। इस वीडियो एलबम का नाम ‘बस्तर चो गीत’ है। 2 दिन पहले इसे आरुग म्यूजिक के यूट्यूब चैनल पर लॉन्च कर दिया गया है। NMDC और जिला प्रशासन ने मिलकर 4 मिनट 48 सेकेंड के इस वीडियो एलबम को बनवाया है। एलबम के रिलीज होने के 2 दिन के अंदर ही करीब 1 लाख 16 हजार लोगों ने वीडियो को देख लिया है। इस वीडियो एलबम की खास बात यह है कि इसमें बस्तर की कला, संस्कृति और यहां कि विभिन्न परंपरा की झलक दिखाई गई है।

बस्तर की पारंपरिक वेशभूषा की झलक दिखाई गई है।

बस्तर की पारंपरिक वेशभूषा की झलक दिखाई गई है।

‘बस्तर चो गीत’ सॉन्ग को सागर बोस और भुनेश्वर यादव ने लिखा है। जिसे गायक राकेश तिवारी ने अपनी आवाज दी है। वहीं रेप सिंगर अंकित तिवारी ने इसमें रेप किया है। इस एलबम का निर्माण लाइमलाइट प्रोडक्शन हाउस ने किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ के प्रतिभाशाली कलाकारों ने काम किया है। जो मॉडलिंग और एक्टिंग के क्षेत्र में देश में प्रदेश का नाम ऊंचा कर रहे हैं। जिनमें बिलासपुर की अदिति तिवारी, दुर्ग की अलीशा चंद्राकर और बस्तर की कनिका ध्रुव ने एक्टिंग की है।

बस्तर के पर्यटन स्थलों को आकर्षक ढंग से दिखाया गया है।

बस्तर के पर्यटन स्थलों को आकर्षक ढंग से दिखाया गया है।

यहां हुई है शूटिंग
इस गीत में बस्तर के प्रमुख एवं उभरते पर्यटन स्थलों को आकर्षक ढंग से दिखाया गया है। खासकर बीजाकासा और चित्रकोट जलप्रपात की खूबसूरती के बीच वीडियो एलबम की शूटिंग की गई है। इसमें बस्तर के प्राकृतिक और ऐतिहासिक महत्व को भी दिखाया गया है। यहां का प्रसिद्ध डोकरा आर्ट, बेलमेटल आर्ट, तुम्बा आर्ट को भी दिखाया गया है। बस्तर की पारंपरिक वेशभूषा, आभूषण और खान-पान की भी झलक देखने को मिलेगी। दंतेवाड़ा के ढोलकल शिखर से लेकर बैलाडीला के पहाड़ों की खूबसूरती की झलक इसमें देखने को मिलेगी।

बस्तर की संस्कृति दिखाई गई है।

बस्तर की संस्कृति दिखाई गई है।

वीडियो एलबम बनाने का यह है उद्देश्य
इस वीडियो एलबम बनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। बस्तर में अब भी कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहां की खूबसूरती को जिसे देश और दुनियां को दिखाने का लक्ष्य है। जिस बस्तर को नक्सलवाद के नाम से जाना जाता है उसे पर्यटन के क्षेत्र में पहचान बनाने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहा है। इस तरह से वीडियो एलबम और यहां की खूबसूरती की तस्वीरों को सोशल मीडिया में डाला जा रहा है। ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।

वीडियो एलबम में छत्तीसगढ़ के प्रतिभाशाली कलाकारों ने काम किया है।

Source :- “दैनिक भाष्कर”

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