3 नवंबर 2021 | दीपावली पर्व के आने में बस एक दिन शेष है। इस मौके पर शहर के 35 स्टेशनों पर वायु प्रदूषण की जांच शुरू कर दी है। इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह बाद आएगी। इसका फायदा यह होगा कि इससे अगले वर्ष दीपावली पूर्व वायु प्रदूषण के नियंत्रण में मदद मिलेगी। यह जांच राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा कराई जा रही है। ये सभी 35 केंद्र पूर्व से निर्धारित शहर के सात केंद्रों से अलग हैं, जहां पर जांच की जा रही है। इन्हें अस्थायी रूप से बनाया है। दीपावली के एक दिन बाद तक इनमें हवा में प्रदूषित तत्वों की स्थिति का पता लगाया जाएगा। यदि किसी क्षेत्र की हवा में प्रदूषण का स्तर अचानक बढ़ता है तो संबंधित क्षेत्र के रहवासियों को इसकी जानकारी दी जाएगी। बचाव के तरीके भी बताएं जाएंगे। हालांकि भोपाल शहर में ऐसी स्थिति पूर्व में कभी नहीं बनी है कि एकदम से वायु प्रदूषण इतना बढ़ गया हो कि क्षेत्रवासियों को बचाव के लिए सूचना देनी पड़े। हालांकि इन 35 केंद्रों पर जांच की एक सप्ताह बाद आने वाली रिपोर्ट को हबीबगंज, मंत्रालय, पर्यावरण परिसर समेत अन्य क्षेत्रों में लगे डिस्प्ले पर दिखाया जाएगा। पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारियों का कहना है कि इन 35 केंद्रों में शहर के सभी क्षेत्रों को लेने के प्रयास किए गए हैं।
अभी यह है प्रदूषण की स्थिति
दीपावली के एक दिन पहले बुधवार सुबह से शहर की हवा में धूल का स्तर बढ़ा हुआ है। पार्टिकुलेट मैटर पीएम 2.5 का का स्तर 300 और पीएम 10 का स्तर 350 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया है। यह स्थिति सुबह 11 बजे की है। दीपावली के दौरान जब पटाखें चलाएं जाएंगे तक यह स्तर और बढ़ सकता है। इसके अलावा ओजोन और कार्बन डाइ आक्साइड का स्तर भी सामान्य से अधिक है। इसके कारण शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 185 तक पहुंच गया है। यह सुबह की स्थिति है। शाम तक जैसे-जैसे शहर में वाहनों का दबाव बढ़ेगा, प्रदूषण भी बढ़ना तय है।
ग्रीन पटाखे जलाने पर जोर
जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि पर्यावरण संतुलन बना रहे, इसके लिए जरूरी है कि दीपावली पर ग्रीन पटाखे ही जलाएं। पीसीबी ने ग्रीन पटाखों के कुछ मापदंड भी दिए हैं। इस बार ग्रीन पटाखों को आसानी से पहचाना जा सकता है।
Source :-“नईदुनिया”