• April 24, 2024 4:52 pm

10 मार्च को इन दस मुद्दों की वजह से भाजपा की सत्ता में हो रही वापसी

10 मार्च 2022 | उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनती दिख रही है। पिछले तीन दशक में ऐसा पहली बार होगा कि किसी पार्टी की दोबारा पूर्ण बहुमत से वापसी हुई हो। विधानसभा चुनाव के रुझानों को देख कर साफ समझ आ रहा है कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार को उत्तर प्रदेश के लोगों ने काफी पसंद किया। उत्तर प्रदेश चुनावों में एक तरफ जहां मोदी ब्रांड अन्य पार्टियों पर भारी पड़ा वहीं योगी के लॉ एंड आर्डर के बेहरत प्रबंधन को भी लोगों ने पसंद किया। भाजपा की इस जीत के पीछे कई ऐसी कारण हैं जो विरोधियों पर भरी पड़े हैं। आइये आपको बताते हैं यूपी विधान सभा चुनाव में भाजपा की जीत के बड़े कारण।

मोदी फैक्टर कर रहा है काम

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में आ रहे रुझानों ने साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता अभी कम नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश के लोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पूरा भरोसा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी के कई जिलों में रैलियां की। उनकी रैली में लाखों की संख्या में उमड़े लोगों ने जाहिर कर दिया था कि मोदी अब भी हिट हैं।

बेहतर कानून व्यवस्था और अपराधियों पर लगाम

2017 में भाजपा की सरकार बनने पर योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाए जाने का ऐलान किया गया। बाबा ने आते ही साफ कर दिया कि उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश बनाना है। ऐसे में पूरे देश में अपराधियों का इंकाउंटर होते देखा गया। वहीं अपराधियों के अवैध कब्जों पर बाबा का बुलडोजर चलने से आम लोगों क बीच भाजपा की एक मजबूत छवि बनी।

समाजवादी पार्टी की छवि ने पहुंचाया नुकसान

उत्तर प्रदेश में भाजपा और समाजवादी पार्टी में सीधा मुकाबला था। लकिन समाजवादी पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी पुरानी छवि को बेहतर बनाना और लोगों को भरोसा दिलाना था कि सपा सरकार आने पर गुंडागर्दी को बढ़ावा नहीं मिलेगा। भाजपा ने इस मुददा बनाया वहीं बीच बीच में सपा प्रत्याशियों के धमकी भरे वीडियो सामने आने से भी सपा को नुकसान हुआ। अखिलेश यादव ने बेहतर छवि और विकास के नाम पर चुनाव जीतने की कोशिश जरूर की। लेकिन, लोगों ने उनपर भरोसा नहीं किया।

मंदिर के फैसले ने भी बढ़ाई लोकप्रियता

राम मंदिर बनाने का फैसला भी भाजपा के पक्ष में गया। खास तौर पर अवध प्रांत में भाजपा के लिए ये बड़ा मुददा था। भाजपा के एजेंडे में काफी समय से राम मंदिर बड़ा मुददा रहा है। राम मंदिर बनाने को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को हिंदुत्व विचारधारा से प्रभावित मतदाताओं ने एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा।

विकास के कामों को लोगों ने पसंद किया

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार नें किए विकास कार्यों की बात करें तो पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर विकास के काम किए गए। हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनाया जाना हो या गोरखपुर में एम्स बनाया जाना या पूर्वांचल एक्सप्रेस की बात हो, लोगों को ये विकास के काम काफी पसंद आए। योगी सरकार में 59 जनपदों में न्यूनतम 1 मेडिकल कॉलेज बनाए गए। गोरखपुर, रायबरेली एम्स काम करना शुरू कर चुके हैं। लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्विद्यालय का निर्माण शुरू हो चुका है।

राशन फैक्टर ने किया बड़ा काम

कोविड काल में उत्तर प्रदेश में पूरे देश से प्रवासी लोग लौट कर आए । इस मुश्किल हालात में राज्य सरकार की ओर से मिला मुफ्त राशन लोगों के लिए बड़ा सहारा बना। लम्बे समय तक सरकार की ओर से मिली इस सहायता के चलते आम लोगों में भाजपा की लोकप्रियता बढ़ीप्रधानमंत्री किसान मानधन्य योजना ।

किसानों ने भी दिया वोट

किसान आंदोलन के चलते माना जा रहा था कि विधानसभा चुनाव में किसानों के नाराज होने से भाजपा को काफी नुकसान हो सकता है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से चुनावों के पहले कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करने से किसानों में भाजपा के प्रति नाराजगी कम हुई। वहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को हर तीन महीने में मिलने वाली 2000 रुपये की राशि ने भी कोरोना काल में किसानों को काफी राहत दी। प्रदेश सरकार ने 86 लाख किसानों के 36 हजार करोड़ के ऋण माफ किए। गन्ना किसानों को 1.44 लाख करोड़ से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान किया।

बेहतर सड़कें बनाई गईं

पूरे उत्तर प्रदेश में 14,471 किमी सड़कों का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण किया गया। साथ ही राज्य में लगभग 3,49,274 किमी सड़कों को गड्ढामुक्ति किया गया। 15,286 किमी नई सड़कें बनाई गईं।

महानगरों को बड़ी राहत

भाजपा सरकार में प्रदेश के 10 महानगरों, नोएडा, लखनऊ, गाजियाबाद, कानपुर, आगरा, मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज एवं झांसी में मेट्रो रेल परियोजना शुरू की गई। इससे आम लोगों को भीड़भाड़ और जाम से काफी राहत मिली।

योगी सरकार में मिलीं लाखों सरकारी नौकरियां

भाजपा की योगी सरकार में साढ़े चार वर्ष में 6.65 लाख से अधिक भर्तियां पूरी कर लीं। कई जगहों पर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चयनित लोगों को नियुक्ति पत्र बांटते दिखे। वहीं इस बात की चर्चा काफी रही की योगी सरकार में भर्तियां बिना किसी भ्रष्टाचार के हुईं।

Source;- “जागरण”

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