08 अप्रैल 2023 | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने छठी से आठवीं तक के बच्चों में कौशल विकास को बढ़ाने के लिए कदम उठाया है। बोर्ड ने इसके लिए शैक्षणिक सत्र 2023-24 के लिए 33 स्किल मॉड्यूल शुरू किए हैं। 12-15 घंटे की समयावधि वाले यह मॉड्यूल सेकेंडरी व सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं में शुरू किए गए कौशल विषयों के अनुरूप है। बोर्ड ने इन माड्यूल को स्कूलों को बैगलेस डे, शीतकालीन अवकाश, शरद अवकाश, ग्रीष्म अवकाश के समय इन्हें शुरु करने के लिए कहा है। दरअसल सीबीएसई के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्कूलों में कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
ऐसे में बोर्ड ने कौशल मॉड्यूल के संबद्ध में स्कूलों से अनुरोध किया है कि वे 33 में से कुछ कौशल मॉड्यूल का चयन करें जो कि छात्रों की मांग के अनुरूप हों। मॉड्यूल में 70 फीसदी व्यावाहरिक गतिविधियों व 30 फीसदी थ्यौरी पर फोकस होना चाहिए।वहीं इन मॉड्यूल को हॉबी क्लबों, इनोवेशन क्लब, कौशल क्लब के माध्यम से शुरू कर सकते हैं। इन मॉड्यूल का मूल्यांकन सीबीएसई की ओर से उपलब्ध कराई जाने वाली गाइडलाइंस से होगा। अध्ययन सामग्री संबंधित क्षेत्र कौशल परिषद, उद्योग व संगठन उपलब्ध कराएगा।
ये हैं स्किल मॉड्यूल
आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, ब्यूटी एंड वेलनेस, डिजाइन थिंकिंग एंड इनोवेशन, फाइनेंशियल लिटरेसी, हैंडीक्रॉफ्ट, इंर्फोमेशन टेक्नॉलॉजी, मार्केटिंग-कमर्शियल ऐप्लिकेशन, मास मीडिया, ट्रेवल एंड टूरिज्म, कोडिंग, डाटा साइंस, डिजिटल सिटीजनशिप, लाइफ साइकिल ऑफ मेडिसन एंड वैक्सीन, ह्यूमेनिटी एंड कोविड-19, फूड संरक्षण, हर्बल हेरिटेज, कश्मीरी कढ़ाई आदि शामिल हैं।
सोर्स :-“अमर उजाला ”