दिनांक 23अप्रैल 2022 l छत्तीसगढ़ के दुर्ग में नवनिर्मित आवासीय विद्यालय के लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों को शिक्षक के रूप में लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया. सीएम बघेल ने लोकतंत्र की कक्षा में पंडित नेहरू का दृष्टांत बताते हुए बच्चों को बताया कि किस तरह से लोकतांत्रिक भारत और गुलाम भारत में शासन व्यवस्था का फर्क था. उन्होंने बताया कि आजादी मिलने के बाद एक बार एक वृद्धा ने पंडित जवाहरलाल नेहरू का कॉलर पकड़ लिया और पूछा कि जवाहर बताओ, मुझे आजादी से क्या मिला? पंडित नेहरू ने उस महिला को उत्तर दिया कि आपको यह अधिकार मिला कि आप अपने प्रधानमंत्री से भी प्रश्न पूछ सकती हैं.
मुख्यमंत्री ने बच्चों को बताया कि गुलाम भारत में नीतियां जनता के अनुकूल नहीं बनती थीं, बल्कि औपनिवेशिक व्यवस्था के हितों के मुताबिक बनती थीं. उन्होंने बताया कि भारत में सर्वश्रेष्ठ प्रकृति का मलमल तैयार होता था. यह मलमल इतना महीन होता था कि अंगूठी में भी समा जाता था और इसी महीन मलमल के देश को पूरी तरह से मैनचेस्टर की मीलों पर अंग्रेजों ने निर्भर कर दिया. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बच्चों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में भी बताया l
सीएम ने बच्चों से कही ये बात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों को बताया कि लोकतंत्र आप को अभिव्यक्ति की आजादी देता है, लेकिन इसके साथ ही नागरिक के लिए जरूरी कर्तव्य भी बताता है. जिस तरह से ट्रैफिक सेंस को लें. अगर आप नियमों का पालन नहीं करते हैं तो जुर्माना आपको देना पड़ता है. इस मौके पर उन्होंने बच्चों से प्रश्न भी पूछे. उन्होंने पूछा कि संविधान सभा में छत्तीसगढ़ में हिंदी समिति के कौन से सदस्य थे. बाद में बघेल ने बताया कि स्व. घनश्याम गुप्ता जो दुर्ग से संबंधित हैं, उनकी भूमिका इसमें रही. उन्होंने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के योगदान का भी स्मरण किया l
आप कितने घंटे काम करते हैं सर
इस दौरान छात्रा पलक ने उनसे पूछा कि विधानसभा कैसे काम करती है? यहां सदस्य किस तरह से बैठते हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने विस्तार से उन्हें विधानसभा के कार्यों के बारे में बताया. मुख्यमंत्री बघेल ने प्रश्नकाल, शून्यकाल एवं विधानसभा से संबंधित अन्य गतिविधियों की जानकारी दी. छात्रा मेघा चौहान ने मुख्यमंत्री बघेल से पूछा कि आप कितने घंटे काम करते हैं? इस पर उन्होंने बताया कि मैं अपने दिन की शुरुआत योग, मेडिटेशन और पूजा से करता हूं. इसके बाद मैं दिनभर के एजेंडा पर काम करता हूं और जब तक मेरा काम समाप्त नहीं होता तब तक मैं काम करता रहता हूं l
त्व हों. मानसिक संतुलन के लिए ध्यान आवश्यक है. उन्होंने कहा कि बच्चों को शारीरिक संतुलन के लिए योग करना चाहिए अथवा खूब खेलकूद करना चाहिए, ताकि वह हमेशा ऊर्जावान बने रहें. एक बच्चे ने मुख्यमंत्री से प्रश्न पूछा कि कानून कैसे बनते हैं. इस पर उन्होंने बताया कि राज्य के नागरिकों की जरूरत के मुताबिक उनके हितों के अनुकूल जो चीजें आवश्यक लगती हैं. उनका प्रारूप बनाया जाता है और इस तरह से कानून तैयार किए जाते हैं. इस मौके पर सी ने बच्चों के साथ लंच भी किया. उन्होंने भोजन के दौरान बच्चों से उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में बात भी की l
Source :- “न्यूज़ 18”