• June 26, 2024 7:27 am

सबका मालिक एक बोलने पर मौत, वॉट्सऐप मैसेज पर सजा तो किसी को बॉडीगार्ड ने भूना

1 अप्रैल 2022 | पाकिस्तान में पिछले दिनों एक महिला टीचर की उसकी ही तीन सहयोगियों ने गला रेत कर हत्या कर दी। महिला का क़सूर बस इतना था कि एक बच्ची ने अपने सपने में उसे ईशनिंदा यानी इस्लाम का अपमान करते देखा था। बच्ची ने अपने सपने के बारे में आरोपियों को बताया। जिसके बाद तीनों ने गला रेत कर टीचर का कत्ल कर दिया। पुलिस के हाथ आरोपियों की एक डायरी लगी है, जिसमें उस सपने के बारे में जिक्र है।

मामला पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान का है। टीचर की उम्र मात्र 21 साल थी। हैरानी की बात ये है कि सभी आरोपी भी टीचर हैं और वो जान गंवाने वाली टीचर के साथ ही एक मदरसे में पढ़ाती थीं। आरोपियों में एक लड़की केवल 17 साल की है। दो अन्य आरोपियों की उम्र 21 और 24 साल है।

पाकिस्तान में ईशनिंदा के नाम पर हत्या नया नहीं है। इसी आरोप में एक श्रीलंकाई नागरिक को भीड़ ने जिंदा जला दिया था।

पाकिस्तान में ईशनिंदा के नाम पर हत्या नया नहीं है। इसी आरोप में एक श्रीलंकाई नागरिक को भीड़ ने जिंदा जला दिया था।

पाकिस्तान में नया नहीं है ईशनिंदा के नाम पर महिलाओं का उत्पीड़न

पाकिस्तान में ईशनिंदा के नाम पर महिलाओं की हत्या का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार ऐसे आरोपों में महिलाएं प्रताड़ित की गई हैं। आइए उन महिलाओं की दुखद कहानी को जानते हैं जिन्हें पाकिस्तान के इस खौफ-नाक कानून और सोच में पिसना पड़ा।

आशिया बीबी जिसे एक गिलास पानी ने मौत के मुंह में पहुंचाया

2009 की तेज गर्मी में खेत में काम कर रही आशिया बीबी ने मुस्लिम महिलाओं के घड़े से पानी पी लिया था। मना करने पर आशिया ने उन महिलओं को सभी धर्म के बराबर होने की बात कही। जिसके बाद उस पर इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के अपमान का इल्जाम लगा कर उसे जेल में डाल दिया गया। जेल में पुलिस वालों ने उनके साथ जानवरों जैसा सुलूक किया। 2010 में पाकिस्तान के एक कोर्ट ने उनको ईशनिंदा के आरोप में मौत की सजा सुनाई।

आशिया को केवल पानी पीने के कारण ईशनिंदा का आरोप झेलना पड़ा था। उसे इस मामले में फांसी की सजा सुनाई गई।

आशिया को केवल पानी पीने के कारण ईशनिंदा का आरोप झेलना पड़ा था। उसे इस मामले में फांसी की सजा सुनाई गई।

झगड़ा होने पर दोस्त ने लगा दिया ईशनिंदा का आरोप, हुई 20 साल की सजा

रावलपिंडी की एक महिला अनीका अतीक का उसके दोस्त के साथ झगड़ा हो गया। जिसके बाद अनीका ने उसे वॉट्सऐप मैसेज किया। अनीका का दोस्त उस मैसेज को ईशनिंदा बताते हुए अदालत पहुंच गया। अदालत ने अनीका को 20 साल की सजा सुनाई।

विधवा हो चुकी है भारत की बेटी, पूर्व गवर्नर पति की गोली मारकर हुई हत्या

पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में होने वाली हत्याओं के दर्द में भारत की एक बेटी भी शामिल है। भारत में जन्मी और पली-बढ़ी पत्रकार तवलीन सिंह ने पाकिस्तान के बड़े नेताओं में शुमार रहे सलमान तासीर से शादी की थी। सलमान आगे चल कर सबसे बड़े पाकिस्तानी राज्य पंजाब के गवर्नर भी बने। इतने बड़े पद पर पहुंचने के बाद भी ईशनिंदा के आरोप में सलमान की हत्या उनके ही एक बॉडी गार्ड ने कर दी। हत्या के बाद उनके हत्यारे गार्ड को लोगों ने कंधे पर बिठा फूल-मालाओं के साथ कर शहर भर में घुमाया था।

सलमान तासीर पाकिस्तान के बड़े नेताओं में से थे। ईशनिंदा कानून के खिलाफ बोलने के कारण उनकी हत्या कर दी गई।

सलमान तासीर पाकिस्तान के बड़े नेताओं में से थे। ईशनिंदा कानून के खिलाफ बोलने के कारण उनकी हत्या कर दी गई।

मौलवी की शिकायत पर स्कूल प्रिंसिपल को मौत की सजा

2013 में एक स्कूल की प्रिंसिपल सलमा तनवीर पर एक मौलवी ने ईशनिंदा का आरोप लगाया था। मौलवी का कहना था कि स्कूल प्रिंसिपल इस्लाम के बाकी अनुशासनों को मानने के बावजूद हजरत मोहम्मद को अंतिम पैगंबर नहीं मानती। कोर्ट ने इस मामले में मौलवी के आरोपों को सही मानते हुए स्कूल प्रिंसिपल को मौत की सजा सुनाई।

जला दिया गया था श्रीलंकाई नागरिक

पाकिस्तान का यह वहशीपन केवल पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दूसरे देशों के लोगों की भी जान ले रहा है। पिछले दिनों पाकिस्तान में रहकर काम करने वाले एक श्रीलंकाई नागरिक को भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में जिंदा जला दिया। उस पर अपने ऑफिस में एक धार्मिक पोस्टर को फाड़ने का आरोप भी था, जबकि श्रीलंकाई नागरिक के घर वालों का कहना था कि उसने केवल सफाई के लिए पुराने पोस्टर को ऑफिस की दीवार से हटाया था।

क्या है ईशनिंदा, क्यों खून के प्यासे हो जाते हैं लोग?

इन कहानियों को सुनने के बाद आपके मन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर ‘ईशनिंदा’ होता क्या है और इसके लिए लोग क्यों एक-दूसरे की जान लेने पर उतारु हो जाते हैं।

साफ शब्दों में कहें तो ‘ईशनिंदा’ का अर्थ ईश्वर की निंदा अथवा उससे इनकार करना होता है। इंसानी सभ्यता की शुरुआत से ही ईश्वर में विश्वास न करने वाले लोग रहे हैं। भारत में भी ऐसे काफी लोग हैं जो किसी ईश्वर को नहीं मानते, लेकिन पाकिस्तान में ईश्वर को मानने से इनकार करना या उनके बारे में टीका-टिप्पणी करना काफी बड़ा अपराध माना जाता है। इसके लिए मौत की सजा का प्रावधान है।

पाकिस्तान में 1980 में जनरल जिया उल हक को शासनकाल में पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून लाया गया था। इसी कानून के सहारे ईशनिंदा के आरोपियों को मौत की सजा दी जाती है। एक आंकड़े के अनुसार 1990 से अब तक पाकिस्तान में 100 से अधिक लोगों की ईशनिंदा के आरोप में हत्या की जा चुकी है।

Source :-“दैनिक भास्कर”

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