सितम्बर 30 2023 ! मध्य प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां तेज होने के बीच राज्य के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को खुला पत्र लिखा है. कांग्रेस नेता की ओर से यह पत्र खंडवा, बड़वानी, धार और खरगोन जिले के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किए जाने के बाद लिखा गया है. इस पत्र में दिग्विजय सिंह ने बताया है कि कैसे बीजेपी को विधानसभा चुनाव में लाभ पहुंचाने के लिए इंदिरा सागर बांध का पानी रोका गया था. इसके साथ-साथ उन्होंने गुजरात सरकार पर भी सरदार सरोवर बांध का पानी रोकने का आरोप लगाया.
दिग्विजय सिंह ने पत्र में आगे बताया है कि पानी रोके जाने के बाद जब बांधों में पानी दबाव बढ़ा तो आनन-फानन में सभी गेटों को खोलने से अफरा तफरी मच गई. इन प्रायोजित आयोजनों को सफल बनाने के लिए जहां एक ओर प्रदेश के कुछ जिलों को शासन प्रशासन निर्मित बाढ़ से जूझना पड़ा तो दूसरी ओर नर्मदा पट्टी के गांवों की जनता बिना किसी प्राकृतिक आपदा के असमय, अकारण बाढ़ का शिकार हो गई.
पूर्व मुख्यमंत्री ने शिवराज सिंह को लिखे पत्र में कहा है कि पहली घटना 15 सितंबर 2023 की है जब आदिगुरू शंकराचार्य की प्रतिमा का अवलोकन होना था. इस दिन नर्मदा का जल स्तर बढ़ने के बाद भी बांध से निर्धारित मात्रा में पानी नहीं छोड़ा गया, लेकिन रात में बिना पूर्व सूचना और चेतावनी के ओंकारेश्वर बांध के गेट खोल दिए गए. आमतौर पर 35000 क्यूसेक पानी छोड़ा जाता है, पर इश बार 44000 और फिर 50,000 क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया.
इसका असर ये हुआ कि पानी का भयंकर मंजर देखकर रहवासियों और दुकानदारों में अफरा तफरी मच गई. लोग चिल्लाते हुए घरों से बाहर निकले. दुनाकों में भी पानी भर गया. नर्मदा नदी के तट पर बंधी अधिकांश नावे बह गई. उन्होंने कहा कि यह तबाही केवल राजनीतिक लाभ के लिए मचाई गई.
सोर्स :- ” TV9 भारतवर्ष “