• May 17, 2024 11:13 am

सरकार इस योजना में दे रही 60 फीसदी सब्सिडी

29 जुलाई 2022 भारत में खेती किसानी के कार्य से जुड़े उद्योग धंधों को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार समय-समय पर कई योजनाएं चलाती है ताकि किसानों की आय दोगुनी की जा सके। ऐसे में यदि किसान भाई के पास अपने खेत के तराई वाले हिस्से में मछली पालन करने की संभावना है कि वह केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ ले सकता है। इस योजना के तहत किसानों और मछुआरों को 60 प्रतिशत तक सब्सिडी या 2 लाख तक की छूट दी जा रही है। साथ किसानों व मछुआरों के लिए लोन लेने की भी सुविधा दी गई है। गौरतलब है कि मात्स्यिकी क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र सरकार प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना चला रही है और इसके तहत सामान्य वर्ग के किसानों और मत्स्य पालकों को मछली पालन और अनुसूचित जाति/जनजाति के किसानों और मछली किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है। सब्सिडी का लाभ 60 फीसदी की दर से दिया जा रहा है।

जानें क्या है प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना

किसान क्रेडिट कार्ड और नाबार्ड की मदद से किसानों को बैंक ऋण, मछली पालन के लिए ट्रेनिंग और सब्सिडी दी जाती है। KCC कार्ड रखने वाले किसानों को बिना गारंटी के 2 लाख रुपए तक का कर्ज लेने की सुविधा दी जाती है, जिस पर सिर्फ 7 फीसदी की दर से ब्याज देना होगा। इसके अलावा बैंक ऋण को यदि समय से पहले भुगतान कर दिया जाता है तो ब्याज पर 3 फीसदी की अतिरिक्त छूट भी मिल जाती है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) मत्स्य क्षेत्र पर आधारित एक विकास योजना है, जिसे आत्मनिर्भर भारत पैकेज के तहत वित्त वर्ष 2024-25 तक सभी राज्यों में कार्यान्वित किया जाना है। मोदी सरकार की इस योजना पर 20,050 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। PMMSY के अंतर्गत 20,050 करोड़ रुपए का निवेश मत्स्य क्षेत्र में होने वाला अभी तक का सबसे अधिक निवेश है।

मछली पालकों की आय दोगुनी करना मुख्य उद्देश्य

मछली किसानों और मछुआरों की आय को दोगुना करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने सितंबर 2020 में PMMSY शुरू की गई थी। यह भारत के मत्स्य पालन क्षेत्र के सतत विकास पर केंद्रित है और आत्मानबीर भारत योजना का एक हिस्सा है।

Source;-“नईदुनिया”     

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