• March 28, 2024 9:24 pm

रायबरेली एम्स में भी पीएम-सीएम फंड से मिलने लगा इलाज, 16 लाख लाभार्थियों को होगा फायदा

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24  सितम्बर 2022 | अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती मरीजों का इलाज अब आर्थिक तंगी के कारण नहीं रुकेगा। अस्पताल प्रशासन ने मरीजों को राहत देते हुए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री रिलीफ फंड से इलाज कराने की सुविधा शुरू कर दी है। इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए कई मरीजों ने इस्टीमेट भी बनवाया शुरू कर दिया है। फंड से पैसा रिलीज होते ही इन मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही आयुष्मान भारत योजना का फायदा गरीब कार्डधारियों को दिलाने के लिए एम्स प्रशासन ने सभी जरूरी औपचारिकता भी पूरी कर ली हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से संस्तुति मिलते ही जिले के 16 लाख गरीब आयुष्मान कार्डधारियों को भी पांच लाख रुपया तक मुफ्त कैशलेस इलाज की सुविधा एम्स से मिलना शुरू हो जाएगी।

एम्स में 13 अगस्त 2018 से ओपीडी शुरू होने के बाद से मरीजों से जुड़ी चिकित्सीय सेवाएं लगातार बढ़ रही हैं। करीब 278 करोड़ की लागत से बने 600 बेड के एम्स हॉस्पिटल के बाद बीते साल ही यहां पर मरीजों को भर्ती करके और कैथलैब व आईसीयू के बाद गंभीर मरीजों के आपातकालीन इलाज की सुविधा भी यहां शुरू हो चुकी है। एम्स प्रशासन ने गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों का इलाज खर्च के अभाव में न रुकने देने के लिए अब पीएम व सीएम रिलीफ फंड से होने वाले इलाज की सुविधा को भी संबद्ध अस्पताल में शुरू करा दिया है। इसके साथ ही एम्स को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में पहुंच गयी है। एम्स प्रशासन की ओर से इस योजना का फायदा जरूरतमंद आयुष्मान कार्डधारियों को मुहैया कराने से जुड़ी सभी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली हैं।

एम्स से जुड़े एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि जल्द ही स्वास्थ्य विभाग के स्तर पर गठित आला अफसरों की एक टीम अब एम्स का निरीक्षण कर यहां मौजूद इलाज के मानकों का परीक्षण करेगी। जांच में सभी मानक पूरे होने पर जिले के करीब 16 लाख गरीब आयुष्मान कार्डधारियों को भी पांच लाख रुपया तक मुफ्त कैशलेस इलाज की सुविधा एम्स से मिलना शुरू हो जाएगी।

26 से शुरू होगी अमृत फार्मेसी, मिलेगी सस्ती दवाएं
एम्स में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को 26 सितंबर से बाजार दर से सस्ती दवाएं व अन्य सर्जिकल उपकरण मिलने की सुविधा भी अस्पताल परिसर से मिलना शुरू हो जाएगी। औषधि विभाग की तरफ से मिली अनुमति के बाद अस्पताल परिसर में अमृत फार्मेसी के संचालन का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है। अस्पताल प्रशासन अब 26 सितंबर से फार्मेसी का संचालन शुरू कर मरीजों को सस्ती दवा व सर्जिकल उपकरण उपलब्ध कराएगा। इसका सीधा फायदा दूर दराज से इलाज के लिए एम्स आने वाले मरीजों को मिलेगा। इसके लिए उन्हें बाजार दर से महंगी कीमत की दवा व उपकरण खरीदने की परेशानी से बड़ी राहत मिलेगी।

एम्स के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समीर शुक्ला का कहना है कि एम्स को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। इससे जुड़ी एम्स स्तर की सभी औपचारिकताएं भी पूरी हो गई हैं। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग की संस्तुति बाद यहां से आयुष्मान योजना से जुड़े लाभार्थियों को पांच लाख तक के कैशलेस इलाज की सुविधा देना शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही पीएम व सीएम रिलीफ फंड से भी इलाज की सुविधा को यहां शुरू करा दिया गया है।सोर्स :-“अमर उजाला”                                         


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