नवंबर 2 2023 ! इंडिया गठबंधन की बैठक में तय हुआ था कि तीस अक्टूबर तक सीटों के बंटवारे पर फार्मूला तय हो जाएगा. गठबंधन में शामिल गैरकांग्रेसी पार्टियों ने नवंबर में बैठक करने का मन बनाया था. लेकिन विधानसभा चुनावों में फंसे होने के बहाने कांग्रेस ने इसे टाल दिया. एनसीपी ने तो गठबंधन की अगली बैठक के लिए जगह और तारीख भी बता दी थी. कहा गया था कि नागपुर में पहले हफ्ते में मीटिंग कर ली जाए. लेकिन कांग्रेस की तरफ से मैसेज दिया गया कि ये अभी संभव नहीं है.
पटना का मंच था ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ का, लेकिन नीतीश कुमार कांग्रेस के खिलाफ ही मन की बात करने लगे. बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा- कांग्रेस को इंडिया गठबंधन की अब कोई चिंता नहीं है. कांग्रेस को पांच राज्यों के चुनाव की ज्यादा चिंता है. इंडिया गठबंधन और 2024 के चुनाव को लेकर कोई चर्चा ही नहीं हो रही है.
पटना में कांग्रेस के एक और कार्यक्रम में लालू यादव और नीतीश कुमार को बुलाया गया था. मंच पर दोनों के पोस्टर भी लगे. लालू यादव गए लेकिन नीतीश कुमार का इंतजार ही होता रहा. नीतीश कुमार ये भी जानते हैं कि लालू यादव और गांधी परिवार के बड़े अच्छे रिश्ते हैं.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी इंडिया गठबंधन के कुछ घटक दलों में जारी झगड़े से परेशान हैं. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के किचकिच पर उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के लिए ये अच्छे संकेत नहीं है.
कांग्रेस अभी पूरी ताकत के साथ विधानसभा चुनावों में जुटी है. पार्टी के सभी छोटे बड़े नेता चुनाव प्रचार में जुटे हैं. पार्टी के रणनीतिकार अभी लोकसभा चुनावों को लेकर सीटों का बंटवारे पर बातचीत करने के मूड में नहीं है. उनका मानना है कि इस बार कई राज्यों में कांग्रेस की सरकार बन सकती है. ऐसा होने पर पार्टी और राहुल गॉंधी के पक्ष में राष्ट्रव्यापी माहौल बन सकता है. ऐसे हालात में चुनावी तालमेल करने में कांग्रेस का पलड़ा भारी होगा. तब कांग्रेस अपनी शर्तों पर समझौता करने की स्थिति में होगी. इंडिया गठबंधन के बाकी घटक दल भी इस बात को बखूबी जानते हैं. इसी माइंड गेम के बहाने इंडिया गठबंधन में आपसी कलह जारी है.
सोर्स :- ” TV9 भारतवर्ष “